विश्व में दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा के रूप में विख्यात

रवि मौर्य
हिंदी फिल्मों के सुमधुर संगीत, वैश्विक मजबूरियां व राम कथा ने हिंदी को विश्व व्यापी विस्तार करने में अपनी अहम भूमिका निभाई, उक्त उद्गार आज यहां अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान (तुलसी स्मारक भवन) अयोध्या में हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान द्वारा  विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अपरआयुक्त प्रशासन अजय कांत सैनी ने व्यक्त किया
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संबोधित करते हुए वेद भाष्यकार डॉo देवी सहाय दीप ने कहा कि मातृभाषा हिंदी अपने सुमधुर पद लालित्य एवं मृदुलता की वजह से विश्व व्यापी स्वरूप हासिल किया
विशिष्टअतिथि के रूप में बोलते हुए मित्र मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष व समाजसेवी शरद पाठक "बाबा" ने कहा कि हिंदी को जब तक राष्ट्रभाषा नहीं घोषित किया जाता तब तक वह अपना वास्तविक स्वरूप नहीं प्राप्त कर सकतीl मुख्य वक्ता के रूप बोलते हुए एस.आइ.समाज सेवी,साहित्य कार रणजीत यादव ने कहा कि हिंदी की समृद्धता उसके अपनत्वमई भाषा स्वभाव के कारण ही आज संपूर्ण विश्व में दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा के रूप में विख्यात होगई है
समारोह में काव्योत्सव का भीआयोजन किया गया जिसमें प्रमुख रूप से आशु कवि अशोक "टाटम्बरी", मासूम लखनवी, डाoपूनम सिंह, अनुपमा तिवारी, दीपिका दिवेदी, मनीष मौर्य सरस जी, कामेश मणि पाठक,मुजम्मिल फिदा हुसैन सहित तमाम कवियों ने अपनी काव्य रचनाओं के माध्यम से शमाँ बांधा
समारोह का संचालन करते हुए हिंदी संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री डॉoसम्राट अशोक मौर्य ने कहा कि हिंदी के समृद्ध हुए बगैर हमारी संस्कृति और सभ्यता समृद्ध नहीं हो सकती उक्त अवसर पर उन्होंने आए हुए समस्त साहित्य प्रेमियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के इसआंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की
उक्त अवसर पर समारोह को संबोधित करने वाले प्रमुख साहित्य प्रेमियों में संस्थान की राष्ट्रीय सचिव आचार्य शशि मौर्य,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विंध्यवासिनीशरण पांडिया,संरक्षक मंडल सदस्य अनिरुद्ध प्रसाद शुक्ल,रामकेर सिंह,प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह "वत्स,"प्रदेश महामंत्री डॉ0एस.पी.द्विवेदी, मंडल अध्यक्ष डाo सोनी शर्मा, मंडलीय प्रभारी डॉoअनुराधा मौर्य, जिला अध्यक्ष अजय मौर्या, गुड़िया त्रिपाठी, परमजीत कौर,डाo जनार्दन उपाध्याय, भानु प्रताप सिंह, आकाश सोनी, डाo आशीष पांडेय, सविता यादव, नरेंद्र पाठक, पत्रकार रूबी सोनी, डाo सर्वेश आदि रहे
समारोह में उपस्थित रहने वाले प्रमुख साहित्य प्रेमियों में पप्पी सिंह,विनय मौर्य, दुर्गेश मौर्य, केशव राम मौर्य, शुभी पांडेय, शिवम सिंह, राष्ट्र कुंवर मौर्य, सूर्य नारायण सिंह,बब्लू, शीलाद्विवेदी, प्रिया श्रीवास्तव, परमिंदर कौर,आचर्य स्कन्द दास, अजय कुमार अज्जू, महंत दिनेश दास, राम जी कुशवाहा, अंजू सिंह रघुवंशी, सुमन सिंह, रघुवंशी, परमानंद दास, जल पुलिस प्रभारी रुबेप्रताप मौर्य, नित्यानंद यादव, ओम प्रकाश नाहर, ओम प्रकाश सैनी, संजय यादव, दयाराम मौर्य, बसंत राम,लक्ष्मी पांडेय,नीलम सिंह, नीलम श्रीवास्त्व,आकाश गुप्ता, डाo राम करन सिंह कुशवाहा, महेंद्र उपाध्याय, बी.एस.लाठी, पवन पांडेय, डाo सम्राट श्री कृष्ण मनमोहन मौर्य, अधिवक्ता अशोक पांडेय, केतकी निषाद, बृजेंद्र श्रीवास्तव, इतिप्रकाश मौर्य, आर.डी.वर्मा आदि रहे

टिप्पणियाँ