मुख्यमंत्री ने किया 43वें रामायण मेले का शुभारम्भ व पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री ने किया हनुमानगढ़ी व श्रीरामलला का दर्शन पूजन
मुख्यमंत्री जानकी महल के कार्यक्रम में हुये सम्मिलित
रवि मौर्य
अयोध्या । मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ आज अपने एकदिवसीय दौरे पर रामनगरी के रामकथा पार्क हेलीपैड पर आगमन हुआ, जहां पर जनपद के प्रभारी मंत्री/कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही , विधायक सदर वेद प्रकाश गुप्ता, विधायक रुदौली रामचन्द्र यादव, मण्डलायुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया गया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी राम कथा पार्क में आयोजित 43वें रामायण मेले का शुभारंभ करने पहुंचे। रामनगरी में चार दिवसीय रामायण मेले का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी ने राम कथा पार्क में किया। दिनांक 5 से 8 दिसंबर तक सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में गीत-संगीत व अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहमान होगी। मुख्यमंत्री योगी ने मेले का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर किया इसके उपरान्त उनके द्वारा पुस्तक का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री योगी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मंच पर उपस्थित मणिराम दास छावनी के महंत व आयोजन समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महंत कमलनयन दास, जगतगुरु रामानंदाचार्य, स्वामी रामदिनेशाचार्य, राघवाचार्य, पूर्व सांसद डा0 रामविलास दास वेदांती, अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, कमलेश सिंह, नागा रामलखन दास, आशीष मिश्र, जर्नादन उपाध्याय सहित सभी पूज्य संतगणों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य है कि 43वें रामायण मेला के शुभारम्भ करने का अवसर प्रदान हुआ है, इसके लिए मैं आयोजन समिति को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुये उपस्थित महानुभावों का प्रभु के प्रति अनुराग, श्रद्वा का भाव रखने वाले बहनों भाईयों व आयोजन समिति को साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब जानते है कि अयोध्या सनातन धर्म की एक पावन पुरी में से प्रथम पुरी है। आज से नही हजारों वर्षो से विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग इस पावन धरा ने प्रशस्त किया है। जब अयोध्या की बात करते है तो अयोध्या दुनिया के लिए एक मार्गदर्शक है। राजद्वोष से मुक्त किसी भी प्रकार के अनावश्यक चेष्टा से मुक्त न केवल व्यक्ति बल्कि समाज और पूरी व्यवस्था कैसे उच्च आदर्शो और मर्यादाओं के द्वारा संचालित हो सकती है उसकी आदर्श पृष्ठभूमि किसी एक धरा ने रचा था उस धरा का नाम है अयोध्या। ये हमारा सौभाग्य है कि श्री हरि विष्णु जी के अवतार के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम ने इसी अयोध्या धाम में महाराजा दशरथ के घर में उनके पुत्र के रूप में जन्म लिया था। उन्होंने न केवल अयोध्या पुरी के बारे में बल्कि अयोध्या के नागरिकों के बारे में प्रभु का क्या अनुराग है उनकी क्या कृपा है इन्होंने उस समय भी व्यक्त किया था। उन्होंने कहा कि प्रभु ने किसी के प्रति कोई ऐसा भाव नही रखा, सनातन धर्मावल्बियों के प्रति उनका भाव तो हर सज्जन पुरूष को संरक्षण देने का रहा है। उसे इन्होंने हर प्रकार का संरक्षण दिया और यही कारण है कि प्रभु कि कृपा से आज एक बार फिर से हमारा अयोध्या धाम आध्यात्मिक रूप से सांस्कृतिक दृष्टि से एक वैश्विक नगरी के रूप में फिर से अपनी एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस वर्ष 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से 500 वर्षो के एक लम्बे अन्तराल के बाद प्रभु का फिर से राम मंदिर में विराजमान हुआ वे फिर से प्राण प्रतिष्ठित हुये है। आयोजन अयोध्या में था, लेकिन उत्सव पूरे देश के अन्दर, पूरी दुनिया के अन्दर थे हर सनातन धर्मावलम्बी 22 जनवरी 2024 को आनन्द की अनुभूति कर रहा था। श्रीराम के प्रति हमारा क्या भाव है भारत का क्या है इसका अनुभव करना है तो गांव गांव में संत तुलसीदास जी के द्वारा प्रारम्भ किये गये रामलीलाओं का आयोजन के माध्यम से उसकी लोकप्रियता एक प्रमुख उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की सर्वाधिक भजन गाने वाली स्व0 गायिका लता मंगेशकर के नाम से अयोध्या में बने लता मंगेशकर चौराहा व उनकी वीणा की स्थापना से कितना सुन्दर चौराहा बना है लोग अब सेल्फी ले रहे है ये अब अयोध्या की पहचान बन गयी है। अयोध्या को एक नई अयोध्या करने का दायित्व हम सबका होना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार अयोध्या के लिए भरपूर सहयोग करने के लिए तैयार है। अयोध्या में सोलर सिटी की स्थापना हो रही है और यहां पर जो भी बिजली उत्पादन हो रहा है वह सौर ऊर्जा से बनायी जा रही है जिससे यहां की सड़कें, घर आदि में प्रकाशमय हो रही है। उन्होंने कहा कि अब सरयू जी का जल राम पैड़ी में सड़ता नही है एक तरफ से आता है दूसरी तरफ से निकल जाता है। रामायण पर शोध किये जाने की आवश्यकता है हमारी सरकार चित्रकूट धाम को भी सुन्दरीकरण के बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है और राजापुर जहां संत तुलसी दास का जन्म हुआ था वहां पर भी सुन्दरीकरण के बड़े कार्यक्रम को लेकर हमारी सरकार कार्य कर रही है यह सिलसिला लगातार जारी है अध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुये भौतिक कार्यो को भी आज की आवश्यकता के अनुरूप हम एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। 43वें रामायण मेला के शुभारम्भ के अवसर पर सबको बधाई देता हूं अपनी शुभकामनायें देता हूं और विश्वास व्यक्त करता हूं कि प्रभु के आदर्शो से प्रेरणा प्राप्त करके हम सब प्रधानमंत्री मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे आप सबके प्रति मेरी मंगलमय शुभकामनायें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 43वें रामायण मेले का शुभारम्भ करने के पश्चात हनुमानगढ़ी पहुंचे जहां उन्होंने हनुमानलला का दर्शन पूजन किया गया तत्पश्चात श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर प्रभु श्रीरामलला का दर्शन पूजन किया गया। अगले चरण में मुख्यमंत्री योगी जानकी महल में आयोजित श्रीराम जानकी विवाहोत्सव कार्यक्रम में पहुंचकर सम्मिलित हुये। जहां पर जानकी महल के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक सदर वेद प्रकाश गुप्ता, विधायक रुदौली रामचन्द्र यादव, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर सलिल कुमार पटेल, पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह सहित साधु संत, महानुभाव गणमान्य व्यक्ति आदि उपस्थित रहे।
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