दलगत विभाजन के कारण पूर्वांचल समाज का विकास नहीं हुआ - समाजसेवी जितेंद्र कुशवाहा
भाटी माइंस , नईदिल्ली दिल्ली में दलगत विभाजन के कारण पूर्वांचल समाज का विकास नहीं हुआ पूर्वांचल समाज के प्रतिनिधि अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों में होने के कारण आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी पूर्वांचल समाज की स्थिति दयनीय है।
आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं लेकिन पूर्वांचल समाज का युवा अलग-अलग पार्टियों में भागीदारी सुनिश्चित होने के कारण पूर्वांचल समाज को राजनीतिक रूप से मजबूत नहीं हुआ है पूर्वांचल समाज के लोगों के लिए आज भी बुनियादी सुविधा ( जैसे किराएदार बोर्ड का गठन, प्रत्येक वार्ड में पूर्वांचल धर्मशाला उपलब्ध नहीं हुआ है) बिहारी वेल्फेयर सोसाईटी (BWS) के जनसंपर्क अधिकारी जितेन्द्र कुशवाहा दिल्ली सरकार व केन्द्र सरकार से समय-समय पर किराएदार बोर्ड का गठन एवं पूर्वांचल धर्मशाला की मांग करते रहे हैं, लेकिन अभी तक इन मांगों पर सुनवाई नहीं हुई है ।जितेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि निरंतर प्रयासरत रहेंगे और जिस तरह से ओबीसी मंत्रालय है ठीक उसी प्रकार पूर्वांचल मंत्रालय या विभाग का गठन होना चाहिए ताकि पूर्वांचल के लोग अपनी समस्याओं को मंत्रालय या विभागों में जाकर बता सके जितेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में चल रहे सभी पूर्वांचल समाज के सामाजिक संगठनों से अपील किया है दिल्ली मैं किराएदार बोर्ड का गठन होना चाहिए इस आवाज को बुलंद करने के लिए सभी संगठन सहयोग करें।
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