बीमारी का कारण ज़रूर बन सकता एनीमिया -डॉ. सीमा मोदी


सृजन शक्ति वेलफेयर सोसायटी लखनऊ व टाटा ट्रस्ट द्वारा एनीमिया के खिलाफ जागरूकता अभियान के तहत माहवारी स्वास्थ्य व स्वच्छता पर हुआ जिला कारागार लखनऊ महिला बंदियों पर एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन।

अनीमिया के खिलाफ जागरूकता अभियान के तहत महवारी स्वास्थ्य एवं स्वछता कार्यक्रम में लगभग 100 महिला जेल बंदियों को खून की कमी से होने वाले समस्याओं पर जागरूक किया गया सृजन शक्ति वेलफेयर सोसायटी की महासचिव डॉ सीमा मोदी (पत्नी महेंद्र मोदी, DG से.नि)  ने बताया कि एक सर्वे के मुताबिक भारत मे लगभग 70 प्रतिशत महिलाएं अनीमिया से पीड़ित है और  उनमें भी 20 से 30 प्रतिशत  गम्भीर  एनीमिया से पीड़ित है।
टाटा ट्रस्ट द्वारा जेल की कैदी महिलाओं को  RTI/STI/UTI पर भी जानकारी दी गयी।अनीमिया के लक्षण में थकान, कमज़ोरी  योग के माध्यम से खून की कमी को कैसे दूर किया जाए बताया गया। 
सामाजिक, सांस्कृतिक, कार्यों में सक्रिय सृजन शक्ति वेलफ़ेयर सोसायटी विगत कई वर्षों से एनीमिया के खिलाफ जागरूकता अभियान स्कूल, कॉलेज व गाँवो, कारागारों   चलाती है, और ये अभियान लगभग 50 हज़ार महिलाओं पुरुषों के पास पहुंच गया है।  
इस अभियान को आगे दिशा देते हुए आज जिला कारागार लखनऊ में महिला बंदियों के बीच एनीमिया के खिलाफ जागरूकता  अभियान चलाया। एनीमिया के कारण, निदान सम्बन्धित विषयो पर चर्चा  करते हुए डॉ. सीमा मोदी ने कहा  कि एनीमिया कोई बीमारी नही है लेकिन समय से जागरूक नही हुए तो बीमारी का कारण ज़रूर बन सकता और जागरूकता के अभाव में लड़कियों / महिलाओं में कुपोषण की समस्या पाई जाती है , चाहे उसका परिवार आर्थिक रूप से मजबूत हो या नही हो। 
योग के माध्यम से भी बताया गया कि  योग के द्वारा कैसे खून की कमी दूर की जा सकती है -कुछ आसन, प्राणायाम और मुद्रा का अभ्यास करके एनीमिया को जड़ से दूर किया जा सकता है। जैसे तितली आसन, मकर आसन, सुर्य नमस्कार के 1 या 2 चक्र इत्यादि।  
कपालभाति प्राणायाम, नाडी शोधन प्राणायम, भ्रामरी प्राणायाम आदि से भी अनीमिया से बचा जा सकता है। एनीमिक होने पर रोग प्रतिशोधक क्षमता कम हो जाती है। इसलिए खाने में फल और हरी सब्जियां बहुत ज़रूरी है। 
पेट मे कीड़े होने से खून नही बन पाता है ।इसलिए हर 6 महीने में कीड़े की दवा लेते रहना चाहिए ।  माहवारी के दौरान जल्दी-जल्दी या अधिक रक्तस्राव का होना एनीमिया को निमंत्रण देना है अत: ऐसी किसी भी समस्या का तुरंत इलाज कराए। 
समाजसेवी पल्लवी ने कहा की शारीरिक व्यायाम बहुत ज़रूरी है  खान पान का ध्यान रखना - हरी सब्जियों का उपयोग करना जैसे: पालक, सहजन, चौलाई इत्यादि। अनीमिया के लक्ष्ण में चक्कर आना, सांस फूलना, थकान महसूस होना आदि होता है। सही दिनचर्या, अच्छा खान पान  इसका उपाय है। 
जेल अधीक्षक  बृजेश सिंह ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि  इस तरह का कार्यक्रम मौजूदा सामाजिक जेल परिवेश में महिलाओं के  जीवन के लिए बहुत आवश्यक है।  
एनीमिया तथा उससे संबंधित जानकारी उनके बेहतर स्वस्थ शरीर तथा उनके परिवार को एक नई दिशा एवं ऊर्जा दे सकती है।  
स्वास्थ्य से जुड़े इस प्रयास में हम हर स्तर पर  आपके साथ जन जागरण के उद्देश्य से सहयोग करने हेतु तैयार है मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखे इसकी जानकारी  डॉ सीमा मोदी ने दी  मौजूदा हालात में मानसिक स्वास्थ्य मज़बूत रखने के लिए  आर्ट ऑफ लिविंग के तहत उन्होंने ध्यान करवाया।
सेनेट्री नैपकिन, साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश , वितरण भी किया गया। 
कार्यक्रम में डॉ सीमा मोदी, आयुष चतुर्वेदी, नवनीत मिश्रा, सौम्या मोदी, अंशिका पांडेय, सन्ध्या गंगवार, शुभम वर्मा योगाचार्य, टाटा ट्रस्ट से डॉ अमिता जैन, डॉ तन्वी अहर, पल्लवी गौतम, साहजहां मंजू, जेलर ऋत्विक प्रियदर्शी, डिप्टी जेलर निधि यादव मौजूद रही।

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