नवसृजन' संस्था का १६वाँ वार्षिकोत्सव व सम्मान समारोह सम्पन्न

प्रेम शंकर शास्त्री 'बेताब

लखनऊ। नवसृजन साहित्यिक एवं साँस्कृतिक संस्था, लखनऊ का 16वाँ वार्षिकोत्सव एवं सम्मान समारोह 11 अगस्त 2024, दिन रविवार को साँय 3:00 बजे से निराला सभागार,उ.प्र. हिन्दी संस्थान में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) उषा सिन्हा (पूर्व अध्यक्ष भाषा विज्ञान विभाग, विवि लखनऊ), अध्यक्ष प्रो. (डी) वी. जी. गोस्वामी (पूर्व अधिष्ठाता विधि संकाय, ल.वि.वि. लखनऊ) एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी (पूर्व- सलाहकार सदस्य,योजना आयोग, भारत सरकार) थे। इस वार्षिकोत्सव में डॉ. योगेश एवं डॉ. सत्यदेव प्रसाद द्विवेदी पथिक' द्वारा सम्पादित साझा काव्य संग्रह 'अंजुरी भर रोशनी', मंजू सक्सेना द्वारा सम्पादित साझा ग़ज़ल संग्रह 'मन के कोरे कागज़ पर' का लोकार्पण मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर नवसृजन साहित्यिक एवं साँस्कृतिक संस्था की ओर से मंचस्थ अतिथियों द्वारा "नवसृजन साहित्य साधना: वरिष्ठ रचनाकार सम्मान 2024" कृपा शंकर श्रीवास्तव 'विश्वास लखनवी', "नवसृजन साहित्य साधना युवा रचनाकार सम्मान-2024" श्वेता शुक्ला को प्रदान किया गया। "नवसृजन साहित्य शिरोमणि सम्मान" प्रो. (डॉ) विष्णु गिरि गोस्वामी एवं डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी को तथा "नवसृजन साहित्य सुमेरु सम्मान" नरेंद्र भूषण, आचार्य ओम नीरव, देवकीनन्दन शान्त, डाॅ. सत्यदेव प्रसाद द्विवेदी पथिक, डॉ. हरी प्रकाश 'हरि', हौसिला प्रसाद त्रिपाठी कुमार तरल, त्रिवेणी प्रसाद दूबे 'मनीष, डॉ. प्रवीण त्रिपाठी बसन्त, उपेन्द्र वाजपेयी, मंजू सक्सेना, सुश्री रश्मि लहर, संजय कुमार श्रीवास्तव 'संजय सागर, अपर्णा गुप्ता,डाॅ. हरिप्रकाश श्रीवास्तव 'अवधी हरि', शरद तैलंग, डॉ. रेखा गुप्ता, डॉ. सुषमा विप्लव 'सौम्या', अखिल कुमार श्रीवास्तव 'व्यथित', सुश्री सीमा वर्णिका, रत्ना बापुली 'रत्न', उमेश चन्द्र दुबे 'अभय', चन्द्रपाल सिंह 'चन्द्र', डॉ. शिव मंगल सिंह 'मंगल', रवींद्र नाथ तिवारी, डॉ. विद्यासागर मिश्र 'सागर', कन्हैया लाल, राजेश कुमार द्विवेदी, कैलाश प्रकाश त्रिपाठी पुंज, डॉ. श्याम गुप्त, अनिल किशोर शुक्ल 'निडर', राम प्रकाश शुक्ल 'प्रकाश', वीरेन्द्र निझावन, तेज नारायण श्रीवास्तव 'राही', ई. सुनील कुमार वाजपेयी, विजय कुमारी मौर्य 'विजय', डॉ. सुधा मिश्रा, सुश्री पूनम सिंह 'प्रिया', नलिनी श्रीवास्तव 'नील', श्री सर्वेश पाण्डेय 'विभी', मनमोहन बाराकोटी 'तमाचा लखनवी', श्री राजीव मणि, श्री अरविन्द रस्तोगी, प्रेम शंकर शास्त्री 'बेताब', आशीष आनंद 'आर्य इच्छित', संजय समर्थ, श्री मुकेश कुमार मिश्र, श्री मनु बाजपेयी 'मनु बौछार', श्री अमर कुमार श्रीवास्तव, श्री विशाल मिश्र, सुश्री अमिता सिंह, सुश्री प्रतिभा श्रीवास्तव, सुश्री शिमला पाण्डेय, सुश्री जय लक्ष्मी जया शर्मा, सुश्री गायत्री जोशी 'अरुणिमा', सुश्री पुष्पा गुप्ता दोसर, श्री श्रीमन नारायण शाह को प्रतीक चिह्न, प्रशस्ति पत्र एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। समारोह में मंचस्थ अतिथियों को भी अंगवस्त्र एवं उपहार भेंटकर सम्मानित किया गया। मुख्य वक्ताओं और 'नवसृजन' साहित्यिक एवं साँस्कृतिक संस्था से जुड़े लगभग 50 रचनाकारों को "नवसृजन शब्द शिल्पी" सम्मान पत्र व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्मानित विभूतियों के साहित्यिक योगदान पर परिचर्चा भी हुई। मंचस्थ अतिथियों ने सम्मानित रचनाकारों के साहित्यिक योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सुश्री शशि श्रेया की वाणी वन्दना से आरम्भ इस समारोह में नगर के अनेक वरिष्ठ, युवा और नवोदित रचनाकारों ने भाग लिया। अतिथियों का स्वागत संस्था की सचिव डॉ. सुधा मिश्रा व संचालन अध्यक्ष डॉ० योगेश ने किया। अन्त में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये मन्जू सक्सेना ने 'नवसृजन संस्था' की ओर से सभी के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में अनिल किशोर शुक्ल निडर, राम प्रकाश शुक्ल 'प्रकाश' डॉ. सुधा मिश्रा, बेअदब लखनवी, मनमोहन बाराकोटी, कुंवर आनन्द श्रीवास्तव, नीतू श्रीवास्तव, डॉ कुसुम चौधरी, गोपाल ठहाका, मुकेश कुमार मिश्र, प्रेम शंकर शास्त्री 'बेताब', मनु बाजपेयी, विशाल मिश्र, विजय कुमारी मौर्य विजय, लव तिवारी, दीपक यादव का सहयोग सराहनीय रहा।

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