पेपर मिल का प्रदूषण बन रहा है लोगों के लिए काल

लगातार लोगों की आंखे हो रही खराब मिल की चिमनी से उड़ रही राख व केमिकल

रवि मौर्य 

अयोध्या। जनपद के सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत दर्शन नगर पारा खान में स्थापित यस पेपर मिल की चिमनी से निकलने वाले प्रदूषण से आसपास की कई ग्राम सभाएं प्रभावित हो रही हैं जिसके चलते मानव, जीव जंतुओं के साथ-साथ किसानों की उपज भी प्रभावित हो रही है। 

स्थानीय लोगों के अनुसार पेपर मिल की चिमनी से निकलने वाला धुआं अपने साथ-साथ राख व केमिकल उड़ता रहता है, पेपर मील से निकलने वाला दुर्गंध युक्त धुआं जहां लोगों को स्वास्थ्य संबंधी रोग उत्पन्न कर रहा है वही  जानवर भी प्रदूषण के चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं, चिमनी के धुएं के साथ उड़ने वाली राख से स्थानीय लोगों की आंखों की रोशनी जा रही है तमाम लोग आंख रोगी हो चुके हैं तमाम लोगों को अपनी आंखों से पेपर मिल की उड़ती रख निकलवाने के लिए नेत्र चिकित्सालयों का चक्कर लगाना पड़ता है मील के धुएं के साथ-साथ उड़ने वाली राख के चलते लोग बाहर अपना कपड़ा, अनाज आदि फैलाने से बचते हैं यहां तक स्थिति बनी है कि लोगों के घरों की दीवारों फर्सों पर मील की उड़ती राख का कुछ ही घंटे में लेयर बन जाता है य राख लोगों के श्वास के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच श्वास रोगी, दमा के रोग हो रहा है इसी के साथ ही मिल के धुंआ के साथ बदबूदार केमिकल भी उड़ता है जिसके दुर्गंध से लोगों का जीवन जीना हराम हो रहा है मिल के चिमनी से निकलते धुंए के साथ उड़ रहा केमिकल फसलों के उत्पादन को प्रभावित करने के साथ-साथ मानव, जीव जंतुओं के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है इसी के साथ मिल से निकलने वाला दुर्गंध युक्त गंदा पानी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है स्थानीय लोगों के अनुसार मिल का गंदा पानी कच्चे नाले के सहारे पवित्र पावन सरयू नदी में जाता है जिसके चलते जहां भूगर्भ जल भी प्रदूषित हो रहा है वही अयोध्या की पवित्र पावन सरयू नदी भी मैली हो रही है।

पारा खान के पूर्व प्रधान समाजसेवी रामजनम मौर्य का कहना है कि पांच सौ लोगों को रोजगार देकर पचास हजार लोगों को जहर देने का काम यश पेपर मिल वाले कर रहे हैं यहां कृषि भूमि पर फैक्ट्री चल रही है यहां कोई इंडस्ट्रियल एरिया नहीं है इस फैक्ट्री से सभी प्रकार के प्रदूषण निकल रहा है चाहे जल प्रदूषण हो, वायु प्रदूषण हो य ध्वनि प्रदूषण सभी प्रकार के प्रदूषण हो रहा है। 

यह फैक्ट्री भूगर्भ जल का उपयोग कर पीने योग्य पानी का दोहन कर रही है जिसके कारण यहां का वाटर लेवल बहुत नीचे जा चुका है बारिश में भी तमाम बोरिंग पानी नहीं दे पा रही है। 

जो लोग इसकी शिकायत करते हैं उनको फैक्ट्री वाले बताते हैं कि यह लोग पैसे के लिए यह कर रहे हैं इसी प्रकार सभी को बदनाम करते हैं इसीलिए आवाज नहीं उठ पा रही है। 

हमने जिले के सभी अधिकारियों के साथ-साथ प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के पास यश पेपर मिल से हो रहे वायु, जल, व ध्वनि प्रदूषण के बारे में अवगत कराया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। 

फैक्ट्री का गंदा पानी रात में छोड़ा जाता है जो बिना फिल्टर गंदा दुर्गंधयुक्त पानी होता है, अधिकारियों द्वारा कहा जाता है की फैक्ट्री द्वारा फिल्टर किया हुआ स्वच्छ पानी छोड़ा जाता है लेकिन इसके विपरीत स्वच्छ अयोध्या पवन अयोध्या की पवित्र सरयु नदी को दूषित पानी छोड़कर प्रदूषण किया जा रहा है। 

इन्होंने यह भी चैलेंज किया कि फैक्ट्री से निकलने वाला गंदा पानी को कोई अधिकारी कर्मचारी 1 लीटर भी अपने कमरे में रात भर रख रह नही सकता है। 

स्थानीय सेवक हरिप्रसाद यादव का कहना है कि यहां हजारों लोग पेपर मिल की वजह से परेशान हैं यहां पेपर मिल वाले बारिश के समय खास प्रकार के केमिकल उड़ाते हैं जिससे यहां बारिश बहुत कम होती है इस फैक्ट्री से निकलने वाली प्रदूषण की शिकायत जनपद ही नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री तक से किया जा चुका है। जो लोग जांच पड़ताल करने आते हैं वह बिक जाते हैं मिल से निकलने वाला गंदा पानी फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। 

स्थानीय निवासी कन्हैया लाल यादव का कहना है कि पेपर मील की चिमनी से राख उड़ती है जिसके चलते हम सभी लोग परेशान हैं हमारे दो बच्चों की आंख में राख पड़ चुकी है जिसका हम इलाज करवा रहे हैं राख इतनी उड़ती है कि घरों के छतो, फर्स पर इकट्ठा हो जाती है। प्रदूषण से फसल का उत्पादन कम हो रहा है। हमारे बच्चे मील के ही स्कूल में पढ़ते हैं मिल की चिमनी से निकलने वाली रख की शिकायत हमने स्कूल में अध्यापकों से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 

स्थानीय निवासी योगनाथ मौर्य ने बताया मिल की चिमनी से निकलने वाली राख से जहां आंख खराब हो रही है वही लोग दमा, श्वास रोगी हो रहे हैं। स्थानीय निवासी कमला देवी ने बताया कि मील से उड़ने वाली राख से हम लोग गेहूं अनाज आदि बाहर नहीं फैला सकते हैं तमाम तरह की समस्याएं हो रही हैं। वही राम सजीवन यादव ने बताया कि राखी वह भूसी आदि हवा चलने पर उड़ती है जिसके चलते आंखें खराब हो रही है मेरी भी आंख इसी वजह से खराब हो रही है जिसका इलाज मैं फेको सेंटर से करा रहा हूं

स्थानीय निवासी विदमा देवी ने बताया कि मिल का बहुत दुर्गंध युक्त पानी निकलता है जो विशेष तौर पर रात में छोड़ा जाता है जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं होता है हम जिस हैंडपंप का पानी पीते हैं उसमें भी इस दुर्गंध का झाग आता है बच्चों की तबीयत खराब हो रही है नात- रिश्तेदार बदबू की वजह से भाग जाते हैं। इसकी जांच पड़ताल करने तमाम लोग आते हैं रहते है कैमरा से फोटो आदि बनाकर चले जाते हैं कोई कार्रवाई नहीं हो रही है धुएं की राख की वजह से फसल प्रभावित हो रही है। स्थानीय निवासी रामसागर का कहना है कि हवा चलने मील से निकल प्रदूषण से कपड़ा खाना पीना सभी प्रभावित हो रहा है तमाम जानवरों को भी प्रदूषण के चलते त्वचा रोग हो रहा है हमारी पत्नी की आंख में मिल की राख पड़ चुकी है जिसे मैं इलाज कर रहा हूं। यश पेपर मिल के प्रदूषण को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रोहित सिंह ने कहा मेरा घर भी वही है मैं बचपन से देख रहा हूं कि वह मिल वहीं पर स्थापित है। 

अयोध्या गरिमा के अनुरूप जिस तरह विकास हो रहा है मुझे लगता है की आबादी के बीच से मील को हटा देना चाहिए अगर नहीं हटाया जाता है तो ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि आमजन को समस्या न हो प्रदूषण की समस्या के लिए बहुत सारे संघर्ष हुए जिले से प्रदेश तक समस्या गई है मील और किसानों के बीच कई बार संघर्ष हुआ है। पेपर मील बड़े व्यक्ति की है जो दबंग है

निश्चित ही कभी-कभी किसान पिस जाते हैं लेकिन हम सबका प्रयास रहता है कि किसानों की जमीन जो उसर हो रही है मिल के नाले का पानी इधर-उधर जाता है उसको फिल्टर करके छोड़ जाए जो नाले के सहारे ही जाए जिससे कि वह पानी किसानों के उपयोग में आ सके मैं मिल से कहना चाहूंगा कि मिल से जो राख व केमिकल उड़ रहा है उसके लिए पुख्ता इंतजाम करना चाहिए अगर उसका दुरुस्त नहीं किया जाएगा तो प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार व केंद्र में नरेंद्र मोदी की प्रदेश सरकार है किसी को बक्सा नहीं जाएगा।

टिप्पणियाँ