विपक्षी दलों द्वारा   नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार  जनता के साथ अन्याय  : डा दिनेश शर्मा 

विपक्ष करता है जनता के साथ अनीतिपूर्ण व्यवहार 

विपक्ष देश की जनता को दिगभ्रमित करने वाले षडयंत्रकारियों का समूह 

पिछले दस साल में देश में शिक्षा व्यवस्था हुई बेहतरीन 

दिल्ली /लखनऊ  । राज्यसभा सांसद व यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुये उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार को   जनता के साथ अन्याय बताया  है। उनका कहना है कि  विपक्षी दल नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार केवल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनका खुद का व्यवहार अपने राज्य की जनता के प्रति अनीतिपूर्ण है। अनीति करने वाले नीति आयोग को नहीं मानते हैं। ये अपने अपने प्रदेशों में विकास नहीं चाहते हैं। ये दल अपने अपने प्रदेश की जनता को अशिक्षित और मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखना चाहते हैं। 
प्रधानमंत्री जब मुख्यमंत्री थे तब भी वे केन्द्र की योजना आयोग की बैठकों में जाते थे और अपने राज्य के हित में कार्य कराते थे। असल में  कांग्रेस , डीएमके टीएमसी सहित विपक्ष देश की जनता को दिगभ्रमित करने वालें षडयंत्रकारियों का समूह बन गया है। 
संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए डा शर्मा ने कहा कि  विपक्ष   अफवाह फैलाने वालों का समूह बन गया है और  उन्हे पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रही देश की प्रगति हजम नहीं हो रही है । विपक्ष मुद्दाविहीन और अवसादग्रस्त है। ये झूठी अफवाह फैलाकर भ्रम पैदा करने वालों का समूह बन गया है। पहले इन्होंने आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाया फिर उसके बाद पेपर लीक   को लेकर भी झूठ का गुब्बारा फुला रहे थे पर कोर्ट के आदेश के बाद उनके गुब्बारे की हवा निकल गई है। 
अब विपक्ष की बोलती बन्द हो गई है। विपक्ष  पर अन्तरराष्ट्रीय शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर भारतीय शिक्षा संस्थानों  को बदनाम  करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब भारत  में  पिछले दस साल में शिक्षा का स्तर बेहतरीन हो गया है इसलिए छात्र देश से बाहर पढने नहीं जाते हैं। देश में शिक्षा की बेहतरीन व्यवस्था उन्हे रास नहीं आ रही इसलिए नीट को लेकर तमाम प्रकार की बयानबाजी हो रही है। 
नीट के मुद्दे पर मुह की खाने के बाद अब विपक्ष नीति आयोग के पीछे पड गया है।संसद में बजट पर न बोलकर सड़को पर अफवाह फैलाने का कार्य कर रहे हैं।

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