देश के अंदर लोकतांत्रिक मूल्यों का पतन किया जा रहा है-जयशंकर पांडेय


प्रमुख संवाददाता

अयोध्या। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय ने कहा कि भाजपा के राज में लोकतांत्रिक मूल्यों को नियंत्रित करने वाली सारी संस्थाओं का अमूल्य यह हुआ है चाहे वह चुनाव आयोग हो चाहे, वह कार्यपालिका हो चाहे, वह व्यवस्थापिका हो, चाहे वह न्यायपालिका हो आज बीजेपी ने सरकार के माध्यम से शासन को अपने हमराह कर लिया है 

चुनाव आयोग की बात हो रही है उसे चुनाव आयोग में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बावजूद इस चुनाव आयोग के जो नए आयुक्त नियुक्त किए जाएंगे वह नियुक्त के लिए नेता विरोधी दल देश का प्रधानमंत्री व सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश हो यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट का दिया गया निर्णय है लेकिन मोदी सरकार ने संसद में इसके प्रतिकूल विधायक ले आई वह चुनाव आयोग कैसे निष्पक्ष रह सकता है अगर सुप्रीम कोर्ट के अनुसार मुख्य न्यायाधीश के माध्यम से चुनाव आयुक्त नियुक्त होता तो प्रधानमंत्री को मनमानी हस्तक्षेप करने का मौका नहीं मिलता इसलिए पीएम को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ संसद में नया विधेयक ला करके कानून बनवाना पड़ा और चुनाव आयोग के अध्यक्ष आयुक्त पर प्रधानमंत्री की भाषा गृहमंत्री की भाषा देख लीजिए खुद इस देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने कहा था कि जब सत्तारूढ दल विपक्षी दल की भावनाओं को राष्ट्रीय विरोधी दृष्टिकोण से देखने लगे तो यह समझ लेना कि इस देश की लोकतंत्र पतन की शुरुआत हो गई  आज इस देश के अंदर लोकतांत्रिक मूल्यों का पतन किया जा रहा है

बीजेपी के राज्य में आज चुनाव आयोग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और यहां तक की प्रधानमंत्री के दिए गए भाषण पर जो मर्यादित टिप्पणियां थी कांग्रेस पार्टी ने जब ज्ञापन दिया, समाजवादी पार्टी ने ज्ञापन दिया तो चुनाव आयोग आयुक्त ने सत्तारूढ दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर कि उसके स्पष्टीकरण मांगा है इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है जहां पद और गरिमा दोनों के साथ हनन किया जा रहा है।

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