चुनाव आयोग की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही है-रामेन्द्रनाथ त्रिपाठी


बीजेपी की चाल चरित्र किसी से छुपा नहीं है क्योंकि आज मीडिया का रवैया जो भी सरकारी व स्वतंत्र संस्थाएं दबाव में काम कर रही है वह किस प्रकार से हैं हम नहीं जानते जो स्वतंत्र संस्थाएं हैं जिन्हें अपना काम स्वयं करना चाहिए लेकिन यह दबाव में काम कर रही हैं दबाव किस बात का है किस तरीके का है वह हमें नहीं पता है लेकिन चुनाव आयोग की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही है। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामेन्द्रनाथ त्रिपाठी ने कहा अभी कुछ दिन पहले राजस्थान में प्रधानमंत्री ने जो भाषण दिया था उसे पर चुनाव आयोग पर जब विपक्ष का दबाव पड़ा तब ही खाना पूर्ति के लिए एक नोटिस जारी हुई हमारे यहां अयोध्या से सरे आम चुनाव आयोग बिल्कुल आंख बंद कर बैठा है यहां आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है जो नगर निगम से लेकर जितने उसके अपने प्रचार की होल्डिंग लगे हैं उनमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो लगे हैं उनके फोटो का क्या कार्य है जो भी उनके कार्य हैं जो भी विकास किया है उसका प्रचार प्रसार करें वहां पर इस बात को चुनाव आयोग को देखना चाहिए अभी हाल में ही एक स्कूल के कार्यक्रम में बीजेपी के प्रत्याशी टी-शर्ट बांट रहे हैं जिसमें मोदी की फोटो लगी है चुनाव आयोग को इस बात का संज्ञान लेकर कार्रवाई करना चाहिए चुनाव आयोग वह ही नहीं ईडी सीबीआई जो भी जांच संस्थाएं हैं वह सब सरकार की दबाव में सरकार की पश्चिमी कम कर रही हैं चुनाव आयोग विपक्ष की जितने नेता हैं उनके भाषण पर कार्रवाई कर नोटिस दिया जाता है उनकी रेलिया को बैन किया जाता है लेकिन बीजेपी के जितने नेता हैं प्रधानमंत्री से पार्षद तक के नेताओं के किसी भाषा पर संज्ञा नहीं लिया जाता है कोई वह कार्यक्रम करें जो चुनाव आयोग का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन हो उसके बावजूद भी वह काम वह कर रहे हैं तो यहां ध्यान देना होगा कि यह ध्यान देने के साथ हमारे देश की जनता को भी ध्यान देना चाहिए कि स्वतंत्र संस्थाएं बिक चुकी है सत्संग संस्थाओं को इन्होंने खरीद लिया है मीडिया को चौथा स्तंभ माना जाता है आज मीडिया सुबह से शाम तक ना तो बेरोजगारी पर दिखाते हैं ना तो चुनाव की समस्या पर ना ही महिलाओं की समस्या पर देश कहां जा रहा है उसे पर नहीं दिखाएंगे सुबह से शाम तक केवल मोदी नाम होता है याद रखिए जब हिटलर का शासन नहीं चला यह तो तथा कथित हिटलर है यहां की जनता निष्ठा नाबूत कर उखाड़ फेंकेगी

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