अमिलिया घाटी में लूटपाट करते हुए की गई थी मारपीट 15 दिवस बित जाने के बाद नहीं हुई कार्रवाई

पारसनाथ प्रजापति

सिंगरौली। माड़ा थाना के पुलिस चौकी बंधौरा के अमिलिया घाटी में घटना दिनांक 26 फरवरी 2024 शाम 7:00 बजे फरियादी रमेश कुमार शाह पिता जवाहरलाल शाह निवासी जरहां अपनी निजी कार्य से सरई गया हुआ था जब फरियादी सरई से वापसी अपने घर की ओर आ रहा था इसी बीच लगभग सायं 7:00 बजे अमिलिया घाटी में चोरों के गैंग मैं फस गया जिससे फरियादी के साथ उक्त तीन चोरों ने मारपीट ही नहीं बल्की फरियादी के कब्जे से 5000 रुपए नगद एवं मोबाइल फोन छीन लिया जब फरियादी ने अपने साथ हुई लूटपाट का विरोध किया तो आरोपियों ने फरियादी पर ही धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया फरियादी किसी तरह अपना जान बचाते हुए उनके चुंगल से भाग निकला।

फरियादी ने पुलिस चौकी बंधौरा पहुंच कर अपने साथ हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दिया पुलिस चौकी में पदस्थ पुलिस कर्मचारियों ने आरोपी से हस्तलिखित आवेदन पत्र प्राप्त किया फरियादी ने आरोप लगाया की पुलिस से मैं पावती मांगा तो पुलिस ने उल्टा मुझे ही खरी-कोटी सुनाने लगी और हमें आवेदन पत्र की पावती उपलब्ध नहीं कराई। 

फरियादी ने आरोप आरोप लगाया है घटना दिनांक 26 फरवरी का है आज लगभग 15 दिवस बीत जाने के बाद बंधौरा पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई जिससे मैं थक हार कर दिनांक 13 मार्च को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय पाने की उम्मीद से दरखास दिया है आपको बता दें पीड़ित टाइप सुदा आवेदन में अपने साथ बिते घटनाक्रम का जिक्र किया है और फरियादी ने यह भी बताया है तीन आरोपियों के साथ एक मोटरसाइकिल घटनास्थल पर मौजूद थी जिसका नंबर MP-66-ZA-9304 है।

आपको बता दे बंधौरा पुलिस की चाल चरित्र से पुलिस की छवि धूमिल होने लगी है जब फरियादी अपने साथ बीते वारदात की जानकारी दिया इसके बावजूद पुलिस आरोपियों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की पीड़ित व्यक्ति को आवेदन पत्र की पावती उपलब्ध नहीं कराई गई इससे यह जाहिर होता है कि बंधौरा पुलिस क्षेत्र में कब घटना होती है कौन घटना करता है इसकी जानकारी पुलिस के संज्ञान में है आखिर तब तो इतना बड़ा घटना को आरोपियों ने अंजाम दिया और पुलिस एक पाक्षिक बीत जाने के बाद भी कार्यवाही करने में सफल नहीं हुई।

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