"रघुराम" नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति -डॉ सीमा मोदी
विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ओर सृजन शक्ति वेलफेयर सोसायटी लखनऊ के सँयुक्त तत्वावधान में भगवान राम व सीता पर आधारित *रघुराम* नृत्य नाटिका की हुई शानदार प्रस्तुति।
संस्था की महासचिव डॉ सीमा मोदी ने बताया कि सृजन शक्ति वेलफेयर सोसाइटी ,लखनऊ व उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ने पुलिस लाइन , लखनऊ के संगोष्ठी सदन हॉल में रघुराम नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हुई।
जिसके नाट्य लेखन व निर्देशन शिखा सक्सेना व सह निर्देशन डॉ सीमा मोदी ने किया। नृत्य निर्देशन अमित गुप्ता ने किया। मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार आईएएस (अपर मुख्य सचिव भाषा विभाग उत्तर प्रदेश ) व सीमा गुप्ता , विशिष्ट अतिथि संस्कृत संस्थान के निदेशक विनय श्रीवास्तव और पूनम कोच्चीटी (प्रिंसीपल जयपुरिया स्कूल), शोभा संस्था के अध्यक्ष बी एन ओझा, वरिष्ठ रंगकर्मी व लेखक एस एन लाल रहे।
कलाकरों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। नृत्यनाटिका में दिखाया गया कि सीता राम की, राम नाम की, राम प्रीत है, सीता धाम की।
- पति धर्म मेरा है, वचन जो तुम्हारा।
- दिल ने हमेशा स्वामी, तुमको पुकारा।
- ख्वाबो मे ही अक्सर, देना सहारा।
इसी पंक्तियों को आधार मानकर रघुराम नृत्यनाटिका की प्रस्तुति हुई।
प्रस्तुत नाटक के अंतर्गत प्रथम दृश्य मे अशोक वाटिका मे सीता को अपने राम का ध्यान करते हुए दर्शाया गया सीता अपने राम के गुणों का गान करती है और सीता तथा रावण का संवाद होता है।
द्वितीय दृश्य के अंतर्गत राम जब अशोक वाटिका मे सीता से मिलने आते है तब मार्ग मे समुंदर के साथ उनका वाद विवाद दिखाया गया ,वहीं तृतीय दृश्य मे राम सेतु निर्माण दिखाया गया राम रावण युद्ध तथा सीता का राम से मिलन होता है। कलाकारो में अमित गुप्ता, शाना शर्मा , अदितरी, अनिर्वाण सिंह, अद्वैत सिंह, आयुष्मान सिंह, आरव सिंह, इशवित दुबे, वंशिका यादव, जाह्नवी गुप्ता, शानवी गुप्ता, संकल्प, आराध्या, मर्तण्ड तिवारी, वैषणी तिवारी रहे। संगीत में श्रीमती प्रीति पांडेय, अनुभव, गौरव, पीयूष, अंकिता यादव के साथ नवनीत मिश्रा , शैलेंद्र विश्वकर्मा, सौम्या अदितरी, मुस्कान यादव, विनायक तिवारी, शुभम शुक्ला, प्रखर श्रीवास्तव, सन्तसेवक शिवम, सागर शर्मा रहे।
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