प्रधान पति और पूर्व प्रधान ने लेबर मिस्त्री बनकर निकाले लाखों रुपए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार भ्रष्टाचार को समाप्त करने और जीरो टॉरलेंस की नीति अपने की बात करते हैं जबकि दूसरी और ग्राम पंचायत में इस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है कि सचिव नियम कानून ताख पर रखकर पंचायत में काम करने वाले मजदूरों को उनके खाते में भुगतान न करके प्रधान पति और पूर्व प्रधान एवं उसके भाई के नाम से सरकारी धनराशि निकालकर नगद भुगतान कर रहे हैं। 
नियमतः किसी भी प्रधान को अपने नाम अथवा परिवार के किसी सदस्य के खाते में पैसा डालकर मजदूरों को भुगतान करने अथवा किसी संस्था को भुगतान करने का नियम नहीं है बावजूद इसके राजधानी में तमाम उच्च अधिकारियों की नाक के नीचे विकासखंड माल की ग्राम पंचायत उमरावल में प्रधान पति अविनाश कुमार सिंह एवं उनके सहयोगी पूर्व प्रधान राम गुलाम तथा पूर्व प्रधान के भाई जयपाल के नाम से लेबर मिस्त्री का भुगतान किया जा रहा है और यह जानते हुए भी कि इस तरह अधिकारियों की आंख में धूल झोंक कर सचिवों द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है फिर भी अधिकारी ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ अथवा सचिवों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस तरह के भ्रष्टाचार में विकास खंड से लेकर विकास भवनतक के अधिकारियों की सन्लिप्तता है। 
इसी ग्राम पंचायत में निर्मित सामुदायिक शौचालय में एक डिब्बा तक नहीं है और उच्च प्राथमिक विद्यालय के परिसर में बने होने के कारण खुला तो रहता है लेकिन ना कोई सफाई करता है और नहीं किसी प्रकार की पानी की व्यवस्था है फिर भी समूह को लगातार नियमित भुगतान किया जा रहा है इस तरह भ्रष्टाचार को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है फिर भी अधिकारी मौन है। 
इसके अलावा कई जगह सरकारी अभिलेख देखने से पता चलता है कि सचिव और प्रधान में इस बात की प्रतिस्पर्धा चलती है कि यदि एक ने किसी संस्था के नाम हैंड पाइप मरम्मत का भुगतान कर दिया तो दूसरा व्यक्ति भी दूसरी संस्था को अथवा उसी संस्था को लगभग उतना ही भुगतान करके बंदर बांट कर लेते हैं।

इसी प्रकार ग्राम पंचायत गहदों में ग्राम प्रधान के चमचों के नाम से पैसा निकाल कर मजदूरों को नगद भुगतान किया जाता है ऐसा ग्राम कल्याणपुर एवं मलखापुर के लोगों का कहना है। इस ग्राम पंचायत में भी चार-पांच लोगों के नाम से ही मिस्त्री और मजदूरों का भुगतान किया गया है जो प्रधान के सहयोगी बताए जाते हैं। 
इसके अलावा ग्राम कल्याणपुर में एक खड़ंजे की मरम्मत कई बार दिखाई गई है जबकि वहां इंटरलॉकिंग लगी है ग्रामीणों ने कहा कि उस गली में कभी भी खड़ंजे की रिपेयरिंग नहीं की गई है बावजूद इसके खड़ंजे की मरम्मत का पैसा ग्राम प्रधान द्वारा निकाला गया है। वर्ष 2022-23 में गहदों में ही एक नाले की सफाई दिखाई गई है जबकि वहां नाले का अता-पता नहीं है ऐसा ग्रामीणों का कहना है मौके पर कोई भी नाला नहीं है। 
जिस नाले के नाम से सफाई की गई है उसका बोर्ड इस समय वहां से 500 मीटर दूर पेट्रोल पंप के सामने लगा है।

इस संबंध में जानकारी करने पर सहायक विकास कार्य पंचायत सुनील कुमार सिंह ने कहा कि जिन ग्राम पंचायत के सचिव ग्राम प्रधान के परिवार के किसी सदस्य के नाम से पैसा निकाल रहे हैं वह नियमतः गलत है ऐसे व्यक्तियों की जानकारी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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