ग्रामीण भारत बन्द के समर्थन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा ने किए मार्च
वादाखिलाफी पर जमकर अपना आक्रोश व्यक्त किया
रवि मौर्य
अयोध्या । बीकापुर में मोदी सरकार की किसान-मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने ग्रामीण भारत बन्द के समर्थन में बीकापुर में सड़क पर उतर कर मार्च किया और केंद्र सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादाखिलाफी पर जमकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक मयाराम वर्मा के नेतृत्व में निकाले गए मार्च में सभी फसलों की एम एस पी पर खरीद की गारण्टी का कानून बनाने, किसानों की सम्पूर्ण कर्ज मुक्ति, श्रमिकों को 26000 रूपए प्रतिमाह न्यूनतम वेतन लागू करने, श्रमिकों पर लादे गए चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने, रोजगार को मौलिक अधिकार का दर्जा देने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, मनरेगा के तहत 200 दिन काम और 600 रूपए दैनिक मजदूरी देने, प्रत्येक किसान परिवार को 10000 रुपए मासिक पेंशन देने, रेलवे, रक्षा बिजली सहित सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बन्द करने आदि मांगों को लेकर जोरदार नारे लगाए।
मार्च के उपरान्त हुई सभा को सम्बोधित करते हुए किसान नेताओं ने हरियाणा और मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किसानों एवं किसान नेताओं पर की जा रही दमनात्मक कार्यवाही की तीव्र निन्दा की तथा दमन में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों के तत्काल निलम्बन की मांग की। आगे कहा कि हम किसानों - मजदूरों पर कभी भी, कहीं भी किए जाने वाले अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करते रहेंगे।
मार्च में मोर्चे के संयोजक मयाराम वर्मा, भाकियू नेता व मोर्चे के सह संयोजक कमला प्रसाद बागी, किसान सभा के राज्य सचिव अशोक कुमार तिवारी, माकपा जिला सचिव अशोक यादव, भाकपा (माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद, किसान सभा जिलाध्यक्ष मो० इश्हाक, मंत्री मयाराम वर्मा, संयुक्त मंत्री विनोद सिंह, उत्तर प्रदेश किसान सभा के जिलाध्यक्ष रामजी राम यादव, मंत्री अवधराम यादव, वरिष्ठ किसान नेता रामतीर्थ पाठक, राम प्रकाश तिवारी, राम तिलक वर्मा, अवधेश वर्मा, आशीष पटेल, दृगपाल वर्मा, अवधेश निषाद, माता बदल, राम सनेही यादव, मो० नसीम, राम लौट, आशीष कुमार, ओमप्रकाश यादव, राम कुमार मौर्य आदि लोग शामिल रहे।
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