एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है?

मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं -स्वामी प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश. स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान -22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा!

जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है, जब पद में ही भेदभाव है, और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है?

इसलिए सारे विवरण का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था, उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं, अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है!

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