पुण्यतिथि पर याद किये गए पत्रकार स्व0 राम तीर्थ विकल
पत्रकारिता जगत में अपना अलग मुकाम रखने वाले थे खोजी पत्रकार स्वर्गीय रामतीर्थ विकल
रवि मौर्य
अयोध्या।जनपद में अपना अलग मुकाम रखने वाले खोजी पत्रकारिता करने वाले वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय रामतीर्थ निकल ने किसी समय मे जिले मे गुमनामी कि जिंदगी जी रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों कि खोज कर उन्हें सरकार कि तरफ से पेंशन व अन्य सुविधाएं दिलाने का काम किया। इसी तरह गुमनामी बाबा कि कहानी को अपनी लेखनी से जनता के सामने रखा जिसका जिक्र आज भी किया जाता हैं।गुरुवार को वरिष्ठ पत्रकार स्व.रामतीर्थ विकल की तृतीय पुण्यतिथि के अवसर पर एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में पत्रकारों, समाजसेवियों ने उनके चित्र पर माल्यर्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए समाजसेवी राजेश सिंह मानव ने कहा कि विकल जी कलम के सच्चे सिपाही थे वह हमेशा गरीब निर्धन की आवाज को बुलंद करते थे वह निर्भीक पत्रकारों में से एक थे उन्होंने बताया कि वह उनकी खोजी खबर से आज कई स्वतंत्रता सेनानी सरकार से मिलने वाली पेंशन का लाभ ले रहें। वहीं पत्रकार राजेन्द्र दूबे (राजू )ने कहा जो भी युवा पत्रकार ने उनके साथ कार्य किया उससे उसको बहुत कुछ सीखने को मिला उन्होंने तमाम पत्रकारों को पत्रकारिता करने की सीख भी दी । इलेक्ट्रॉनिक चैनल पत्रकार सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि विकल जी ने हमेशा अपने छोटे भाइयों को सिखाने का काम किया इस लिए उन्हें पत्रकारों का गुरु भी कहा जाता था । पत्रकार महेश शंकर ने कहा कि वह हमेशा निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करने की सलाह देते थे पत्रकार समीर शाही ने कहा उनके द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की खोज की गई उन्होंने पत्रकारों निर्भीक होकर पत्रकारिता करने की सलाह देते थे। वहीं लव पांडेय ने कहा की वह पत्रकारिता के पितामह थे। जेपी गुप्ता ने कहा वह हमारे बड़े भाई के समान थे अच्छी सलाह दिया करते थे वहीं राजेंद्र तिवारी ने कहा कि वह हमेशा निष्पक्ष पत्रकारिता करने की सलाह दिया करते थे।
प्रखर पत्रकार रहे स्वर्गीय विकल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव दिव्यांग पंडित समरजीत ने कहा विकल जी की कलम सदैव सत्ता शासन से संघर्ष करते हुए जनता का उत्थान करने का काम करती थी। आज हम सभी पत्रकार भाइयों को बताना चाहते हैं कि जब भी सपा सरकार सत्ता में आएगी विकल जी की 14 फुट की मूर्ति चौराहे पर लगवाएंगे तथा उसे चौराहे का नाम विकल जी के नाम से भी करने का काम करेंगे। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में अजय श्रीवास्तव, तुफैल अहमद, महेश शंकर, सोनू चौधरी ,कपिल शुक्ला ,संदीप श्रीवास्तव, वैभव श्रीवास्तव , संजीव आजाद आदि मौजूद रहे।
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