मानकों की धज्जियां उड़ाकर अधिकारियों की शह पर चल रहे प्राइवेट अस्पताल
- सफीपुर में बिना मानक चल रहे कई निजी अस्पताल
- मरीजों की जिंदगी से हो रहा खिलवाड़़
विशाल दिक्षित
उन्नाव। सफीपुर उन्नाव जिले के सफीपुर नगर में नियमो को ताख पर रखकर निजी अस्पताल चलाये जा रहे है।जबकि सूत्रों की मानें तो सफीपुर नगर में कुछ के पास ही रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र एवं अग्नि शमन विभाग से एनओसी है। जबकि नगर में करीब 10 से अधिक प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं।
विभागीय सूत्रों की मानें तो ये बिना पंजीकरण वाले प्राइवेट अस्पताल सम्बन्धित विभाग को समय समय पर मिठाई खिलाते रहते हैं।जिससे उन सम्बन्धित प्राइवेट अस्पतालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
यदि कोई जिलास्तरीय बड़का अधिकारी जांच के लिए आता भी है तो मिठाई खाने वाले साहब पहले ही उनको सचेत कर देते हैं। अधिकांश अस्पताल बिना एनओसी के चला रहे है। स्वास्थ्य विभाग लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करता नजर आ रहा है। बिना मानक,रजिस्ट्रेशन,के निजी अस्पताल फल फूल रहे है। वहीं इस मामले में सम्बंधित अधिकारी जानबूझकर भी मूकदर्शक बने हुए हैं।
निजी अस्पतालों का गोरखधंधा
कार्यवाही के नाम पर स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन विभाग नोटिस-नोटिस देने का खेल खेलते नजर आते हैं।
दोनों ही जिम्मेदार विभाग बड़े़ हादसे का इंतजार करता नजर आ रहा है।जोकि शासन और प्रसाशन को ठेंगा दिखा रहे है।
वहीं पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सफीपुर के अधीक्षक द्वारा हाल ही में कई प्राइवेट अस्पतालों का औचक निरीक्षण भी किया था जिसमें श्रीसिद्धि विनायक हास्पिटल को तत्काल प्रभाव से बन्द करनें का आदेश भी दिया था।वहीं कुछ महीने पूर्व न्यू सूर्या हास्पिटल समेत अन्य कई को नोटिस भी दी गयी थी। लेकिन विभागीय सिस्टम की सेटिंग गेटिंग के चलते कुछ दिनों बाद पुनः संचालित होने लगे।
इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जहां शासन प्रसासन नियमों का पाठ पढ़ाती है वहीं सम्बन्धित अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बनकर बैठे रहते हैं।इतना ही नहीं नगर के निवासियों की मानें तो बिना पंजीकरण चल रहे प्राइवेट अस्पतालों में कोई डिप्लोमा धारक डाक्टर भी उपलब्ध नहीं रहते।
जब कोई क्रिटिकल कण्डईशन में मरीज आता है तो प्राइवेट अस्पताल संचालक बाहर से डाक्टर को फोन करके बुलाता है।ऐसे में कभी कभी मरीज को अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है।
वहीं जनपद के कई प्राइवेट अस्पतालों में समुचित संसाधन व डाक्टरों की लापरवाही से की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं फिर भी शासन प्रसासन प्राइवेट अस्पतालों की एक पास से जांच न कराकर कुम्भकर्णी नींद सो रहा है।
क्या बोले सीएमओ सत्यप्रकाश
वहीं मामले पर मुख्य चिकित्साधिकारी उन्नाव सत्यप्रकाश ने बताया कि सफीपुर नगर के प्राइवेट अस्पतालों की पुनः जांच कराकर मानक पूरे न होने पर कार्रवाई की जायेगी।तथा जिन्हें पूर्व में नोटिस दी जा चुकी हैं यदि वो खुल रहे हैं तो उनपर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
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