हिन्दी दिवस पर राजमोहन गर्ल्स पी.जी कॉलेज में व्याख्यान का आयोजन किया गया
रवि मौर्य
अयोध्या। हिन्दी दिवस के अवसर पर राजा मोहन गर्ल्स में व्याख्यान का आयोजन पी .जी .कॉलेज अयोध्या एवं राष्ट्रवादी साहित्य संस्कृति मंच के संयुक्त तत्वाधान में एक व्याख्यान राजमोहन गर्ल्स पी.जी कॉलेज के प्रांगण में आयोजित की गई, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगत गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम दिनेश आचार्य जी महाराज श्री हरी राम पीठ अयोध्या ,मुख्य वक्ता प्रो सत्य प्रकाश त्रिपाठी, अध्यक्ष हिंदी विभाग वी. एन.के. बी.पी.जी.कॉलेज अकबरपुर, विशिष्ट वक्ता राजकुमार सिंह, क्षेत्र संयोजक संस्कृति बोध परियोजना विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश रहे।
कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की यशस्वी प्राचार्य प्रो. मंजूषा मिश्रा जी एवं श्रीकांत द्विवेदी सचिन राष्ट्रवादी साहित्य संस्कृति मंच द्वारा संयुक्त रूप से किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि परम पूज्य स्वामी जी के कर कमलो द्वारा ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. सुषमा पाठक अध्यक्ष समाजशास्त्र सरस्वती वंदना स्वागत गीत कजरी एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम महाविद्यालय की संगीत विभाग के आचार्य रोमा अरोड़ा एवं डॉक्टर वंदना शुक्ला जी के निर्देशन में संगीत विषय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए स्वामी जी ने अपने वक्तव्य में भारत एवं भारतीयता के विषय में मौलिक विचारों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए भाजपा को अपने आचरण व्यवहार पर विशेष बल दिया डॉक्टर एल के सिंह पूर्व प्रधानाध्यापक अवध विश्वविद्यालय ने कविता (भारत एवं भारतीयता पर आधारित) स्वर पाठ किया, डॉक्टर सुमति दुबे ने अपने वक्तव्य में शुद्ध हिंदी की संस्कृत लिस्ट शब्दों के प्रयोग को प्राथमिकता दी विशिष्ट वक्तों ने भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने के लिए हमारी छात्राओं को प्रेरित किया श्रीकांत त्रिवेदी जी ने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डाला ।
महाविद्यालय की प्राचीन इतिहास विभाग की अध्यक्ष प्रज्ञा मिश्रा द्वारा ऐतिहासिक दृष्टि से एवं भारतीयता के महत्व पर प्रकाश डाला, प्रो रोमा अरोड़ा अध्यक्ष संगीत विभाग द्वारा महादेवी वर्मा की कविता (कौन तुम मेरे हृदय) में स्वर का गायन किया गया, संचार संचालिका प्रो सुषमा पाठक भारत एवं भारतीयता का अत्यंत सारगर्भित परिचय देते हुए कहा कि भारत के भूभाग ही नहीं एक राष्ट्र पुरुष है जिसमें कर कर शंकर हैं उन्होंने (जी टवेंटी) का उल्लेख करते हुए हमारे प्रधानमंत्री द्वारा किए गए सार्थक एवं सराहनीय प्रयास तीसरी दुनिया को मुख्य धारा से जोड़ने की बात पर प्रकाश डाला अंत में कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉक्टर मंजूषा मिश्रा जी ने कहा कि भारत केवल एक शब्द ही नहीं है प्राचार्य जी ने भारतीय संस्कृति के मूल पर प्रकाश डाला, भारत प्रेम की अंकुर में प्रफुटित होकर अग्नि में तप कर खड़ा हुआ एक राष्ट्र पुरुष है उन्होंने भारत संस्कृति एवं परंपरा को बचाने की बात पर विशेष बल दिया मेरा भारत लोक में बसता है ऐसा 50 जी ने अपने उद्बोधन में रहते हुए सबको निकाल कर साथ चलने की बात कही रोमा अरोड़ा जी ने आए हुए अतिथियों का धनबाद दिया, प्रो अध्यक्ष संस्कृत विभाग में डॉक्टर सुमति दुबे का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान करकेसम्मान किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जगत गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम दिनेशाचार्य जी महाराज श्री हरी राम पीठ अयोध्या, मुख्य वक्ता सत्य प्रकाश त्रिपाठी, अध्यक्ष हिंदी विभाग वी एन के बी पी जी कॉलेज अकबरपुर ,संगीत वक्ता राजकुमार सिंह ,महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर मंजूषा मिश्रा, सुषमा पाठक ,रोमा अरोड़ा, डॉक्टर वंदना शुक्ला ,डॉक्टर ज्योतिमा सिंह, डॉक्टर ए के सिंह, डॉक्टर सुमति दुबे, प्रज्ञा मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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