पेड़ लगाओ नशा भगाओ स्वच्छ हवा और जीवन पाओ... कौशल किशोर केंद्रीय मंत्री
नशे की बढ़ती खपत से पर्यावरण को हो रही अपूरणीय क्षति...ज्योति बाबा
कानपुर। पर्यावरण संरक्षण आज के समय की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता और हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है यदि हम स्वयं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे तो यही हमारी राष्ट्र और समाज के प्रति सच्ची सेवा कह लाएगी तब हम सच्चे राष्ट्र और देशभक्त का निर्माण कर एक नए युग का आवाहन कर सकने में सफल होंगे, ठीक उसी तरह जैसे शुद्ध वायु से शुद्ध पर्यावरण और नशा मुक्त जीवन से शुद्ध मानसिकता का जन्म संभव है उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसायटी योग ज्योति इंडिया व मुफिन ग्रीन्स की ओर से आयोजित पेड़ लगाओ नशा हटाओ जीवन बचाओ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण पखवारा के तहत वृक्ष लगाने एवं पेड़ बांटने के बाद कौशल किशोर केंद्रीय राज्य मंत्री शहरी विकास एवं आवासन मंत्री भारत सरकार ने कही, मंत्री कौशल किशोर ने आगे कहा कि जो नशा हम कर रहे हैं उससे भी बहुत बड़ी पर्यावरणीय क्षति पहुंच रही है जो आने वाले समय में विकराल रूप धारण कर लेगी। इससे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर व अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा का स्वागत सम्मान स्मृति चिन्ह व माल्यार्पण मुफिन ग्रीन्स के स्टेट हेड जॉनी बंसल, समाजसेवी जस्सी शुक्ला व सोनू मोनू ने भव्य रूप में किया।
इस अवसर पर नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर ज्योति बाबा ने कहा कि ऋषि-मुनियों एवं प्राचीन आचार्यों ने वृक्ष लगाने के महत्व को पुत्र जन्म के महत्व के समान मान्यता प्रदान की है वृक्ष ना हो तो पर्यावरण प्रदूषण इतना बढ़ जाएगा कि शुद्ध ऑक्सीजन के अभाव में मानवता का ही विनाश हो जाएगा।
वरिष्ठ समाजसेवी अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने कहा कि पेड़ हमारे जीवन दाता हैं दूषित वायु को सोखते हैं और शुद्ध ऑक्सीजन हमें देते हैं एरेका पाम ऐसा पौधा है जो कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल देता है वरिष्ठ समाजसेवी जस्सी शुक्ला ने कहा कि एलोवेरा में कई सारे औषधीय गुण होते हैं यह पौधा हवा को शुद्ध रखता है।
सोनू मोनू ने जोरदार नारे पेड़ लगाओ नशा हटाओ, कौशल भैया का संदेश नशा मुक्त हो भारत देश इत्यादि लगाए। अंत में ज्योति बाबा ने सभी को पेड़ लगाओ नशा हटाओ जीवन बचाओ का संकल्प कराया।
कार्यक्रम का संचालन भानु तिवारी व धन्यवाद अजीत सिंह छाबड़ा ने दिया। अन्य प्रमुख वाणी कांत द्विवेदी रौनक द्विवेदी धीरज सिंह शैलेंद्र सिंह सेंगर देव शंकर त्रिपाठी सुशील श्रीवास्तव रिंकू पाल,सिमरन कौर इत्यादि थी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें