भूजल संरक्षण हमारा दायित्व ही नहीं कर्तव्य है -ज्योति बाबा

कान। यह प्रकृति की ओर से एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, जिसमें एक उपहार के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें वास्तुशिल्प के दो घटक भाग पानी शामिल हैं, लेकिन 2 से 3% का ही उपयोग किया गया है। लेकिन इसमें 2 से 3% का उपयोग किया जाता है, जो प्राकृतिक सामग्री के बिना किसी भी तरह की आवश्यकता होती है। 

जीव जंतु पशु पक्षी वृक्ष उपचार आदि का अनुभव संभव नहीं है आज मानव उद्योग से जल संयोजन के साथ-साथ वृक्षों का अध्यात्म दोहन किया जा रहा है बात है नशा मुक्ति समाज आंदोलन अभियान के अंतर्गत सामाजिक योग ज्योति भारत के तत्वाधान में देव ज्योति के सहयोग पखवाड़े के तहत वेबिनार का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक था आध्यात्मिक परिषद का दोहन प्राकृतिक संतुलन बनाएगा, अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख, नशा मुक्त समाज आंदोलन के राष्ट्रीय ब्रांड राजदूत गुरु ज्योति बाबा ने कहा, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि इंसानों का बहुत कुछ कुछ नुकसान हो रहा है क्योंकि प्राकृतिक संतुलन खत्म हो रहा है इसलिए हम सभी को अभी से ही पानी की बचत करनी चाहिए हमारी पृथ्वी पर जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन, पानी और भोजन तीन सबसे जरूरी चीजें हैं आपके अंदर भी किसी चीज की कमी है तो इससे एक साल पहले पूरा चक्र जीवन समाप्त हो जाएगा। 

वरिष्ठ संगीतकार अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने जोर देकर कहा कि जिस तरह से हम लोग पानी की तरह बने रहते हैं, उन्हें देखते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इसी तरह से हम लोग पानी की तरह बने रहते हैं तो आने वाले 2025 तक पूरी दुनिया में पानी की भारी कमी होगी, इसके कठोर प्रभावों का मानव जाति को भुगतान करना होगा, अन्यथा हम सभी पानी के बचत के तरीके सीखेंगे।

योग ज्योतिष क्षेत्र के संयोजक डॉ. जस्सी शुक्ला ने कहा कि हमारे भारत देश में भी हर साल पानी पीने की वजह से लोगों को तरह-तरह की बीमारियाँ रहती हैं और इसी तरह भारत में लाखों बीमार और लाखों लोग मर जाते हैं, फिर भी शुद्ध पानी है लेकिन जब से ऐसा ही होता है दोहन ​​हो रहा है तो हम सभी जन माल की अपूरणीय आपूर्ति का चयन शुरू हो गया है। युवा सोशलिस्ट अमन शिवहरे एवं नवीन गुप्ता ने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं जल हमें ही नहीं अन्य सभी जीव जंतुओं को जीवन देते हैं वेबिनार की शपथ लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि पृथ्वी पर पीने का पानी बहुत कम है और हमें एक ही पीने के पानी को हर हाल में संरक्षित करना होगा अन्यथा हमारी धरती से अनुभव ही मिट जाएगा। 

वयोवृद्ध सामान अधिकारी शरद प्रकाश अग्रवाल ने दिया। अंत में सभी को भू जल बचाओ नशा हटाओ का संकल्प ज्योति बाबा ने दी आस्था। अन्य प्रमुख थे सुशील बाजपेयी, राजीव दीक्षित, पादरी साइंटिस्ट, पंकज गुप्ता वकील, उपेन्द्र मिश्रा, मिदास परिवार आदि।

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