लोकतंत्र का भाग्य विधाता होता है जागरूक मतदाता.. ज्योति बाबा



कानपुर । एक बहुत पुरानी कहानी याद आ गई एक बार एक शेर ने ऐलान किया कि जंगल की सारी भेड़ों को फ्री में कंबल बांटूगा तो भीड़ के छोटे बच्चे ने शेर से पूछा कंबल बनता किस चीज का है शेर मुंह छुपा कर हंस रहा था, यह कहानी सभी मतदाताओं को यह सीख देती है कि लोकतंत्र में अपने विचारों की राष्ट्रवादी सरकार बनाने के लिए जाति धर्म भाषा लालच और लोभ से ऊपर उठकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें और लोगों को भी ऐसा करने हेतु प्रोत्साहित करें, उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसायटी योग ज्योति इंडिया व मिडास परिवार के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदू सेवा संघ के सहयोग से वोटर जागरूकता अभियान के तहत बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित वेबीनार शिक्षक मतदान हमारा जन्मसिद्ध अधिकार पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि नेता वह नहीं जो करे नेतागिरी नेता वह है जो करे सेवागिरी,दूर करना है भ्रष्टाचारियों का कहर तो क्षेत्र में लानी है विकास की लहर, ज्योति बाबा ने बताया कि यदि राष्ट्र के उज्जवल भविष्य को बनाए रखना है तो अपने मताधिकार का प्रयोग राष्ट्रीय उत्थानवादी पार्टियों को करना ही होगा वरना राजनीत में हिस्सा न लेने का सबसे बड़ा दंड यह है कि अयोग्य व्यक्ति आप पर शासन करने लगते हैं ज्योति बाबा ने बताया कि जिनका दारू पैसा है हथियार, अबकी बार नहीं चलेगा यह विचार मिठास परिवार के उपेंद्र मिश्रा ने कहा कि हमेशा ध्यान रखें आप कुछ भी चुनने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन आप जो चुनते हैं उसके परिणामों से स्वतंत्र नहीं हैं परिधि सेवा संस्थान की बिंदु अग्रवाल व महिला संयोजिका प्रीति सोनकर ने कहा कि एक दो नहीं करो तुम सौ अच्छे कार्य लेकिन यदि चुनाव के दिन ना किया मतदान तो सब है बेकार । समाजसेवी रूमित सागरी, सोशल एक्टिविस्ट गीता पाल, हिंदूवादी शैलेंद्र पांडे शैलू भैया ने संयुक्त रूप से कहा कि उंगली पर लगानी है स्याही की निशानी लोकतंत्र के पर्व में भागीदारी है निभानी । अंत में सभी को हर प्रकार के लोभ व लालच से ऊपर उठकर राष्ट्रवादी सोच की पार्टी को मतदान करने का संकल्प योग गुरु ज्योति बाबा ने कराया। वोटर जागरूकता अभियान में अन्य प्रमुख भागवत आचार्य सुमित शास्त्री,समाजसेवी सुशील बाजपेई, के के शुक्ला,नवीन गुप्ता,राजीव दीक्षित,मोहित शुक्ला इत्यादि थे।

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