घंटाघर मीरजापुर की पहचान :-नपाध्यक्ष



प्राचीन स्मारक घंटाघर को राज्यपाल द्वारा संरक्षित करने पर नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी ने जताया हर्ष

आनंद सिंह

मीरजापुर। नगर के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक,सबसे प्राचीन घंटाघर को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल द्वारा संरक्षित किए जाने पर नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने खुशी जाहिर की है।बता दे गुरुवार को उत्तर प्रदेश प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्मारकों तथा पुरातत्वीय स्थानों और अवशेषों का परिरक्षण अधिनियम के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करके राज्यपाल द्वारा इसे संरक्षित किया गया है।इसकी सूचना मिलने पर नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष ने कहा है की यह मेरा सौभाग्य है की जीत के तुरंत बाद  राज्यपाल  द्वारा इसे संरक्षित किया गया है।घंटाघर मीरजापुर की पहचान और हमारी सांस्कृतिक विरासत और धरोहर है।आने वाले पीढ़ियों के लिए इस धरोहर को संरक्षित करना महत्वपूर्ण था।शपथ लेने के बाद इस ऐतिहासिक धरोहर की घड़ी को ठीक कराने का पूरा प्रयास मेरे द्वारा किया जायेगा।मीरजापुर की जनता ने जो मुझ पर विश्वास कर जो जिम्मेदारी मुझे सौपी है।उस पर शत प्रतिशत खरा उतर कर नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जायेगा।इस मौके पर ईओ अंगद गुप्ता ने कहा है की नपाध्यक्ष महोदय और मेरे द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से प्रयास कर ऐतिहासिक घंटाघर को उसके पूर्वस्थिति में लाया जायेगा।इसके साथ ही घंटाघर की घड़ी भी ठीक कर उसे लगवाने का भी प्रयास किया जायेगा।जिससे इस धरोहर को संरक्षित और सुरक्षित रखा जा सके।

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