अंधी हत्याकांड का कोतवाली पुलिस ने किया पर्दाफाश
मृतक की पत्नी ही निकली कातिल आरोपी पत्नी पुलिस एवं परिवार को भी किया गुमराह
पारसनाथ प्रजापति
सिंगरौली। कोतवाली थाना बैढ़न पुलिस चौकी गोभा क्षेत्र की घटना दिनांक 21 फरवरी को ग्राम बरदघटा निवासी बीरेन्द्र गुर्जर पिता मोतीलाल गुर्जर उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम बरदघटा भलछेरा टोला चौकी गोभा थाना वैढन का शव उसके घर से करीबन 6-7 सौ मीटर की दूरी सड़क किनारे पड़ा हुआ पाया गया था।
मृतक के गले एवं गुप्तांग में चोट के निशान थें फरियादिया कंचन गुर्जर की सूचना पर थाना बैढन में अपराध कं. 241/23 धारा 302 भादवि व मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया मामले की गम्भीरता को देखते हुये घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया पुलिस अधीक्षक सिंगरौली बीरेन्द्र कुमार सिंह व नगर पुलिस अधीक्षक देवेश कुमार पाठक एवं थाना प्रभारी बैढन मामले को संज्ञान में लेकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी व गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया।
इस पूरे घटनाक्रम की विवेचना में नवानगर पुलिस को भी सहयोग करना पड़ा कोतवाली पुलिस द्वारा तीन विशेष टीमें गठित कर प्रकरण का बारीकी से अनुसंधान करते हुये प्रकरण की हर पहलू से विवेचना की गयी, विवेचना के अनुक्रम में घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर गवाहों के कथन लिये जाकर बारीकी से साक्ष्य संकलन किया गया एवं गोपनीय तरीके से सुरागरसी की गयी।
विवेचना के दौरान मृतक की पत्नी कंचन गुर्जर के कथनों में विरोधाभास पाये जाने पर कढ़ाई से पूछताछ की गई तब मृतक की पत्नी द्वारा बताया गया कि उसका पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर काफी मारपीट कर उसे प्रताडित करता था, वह अपने पति की पांचवी पत्नी थी उसके पहले की चार पत्निया मृतक की मारपीट प्रताड़ना के कारण उसे छोड़कर चली गयी थी पति की प्रताड़ना से प्रताडित होकर पत्नी आरोपिया कंचन गुर्जर अपने पति बीरेन्द्र को जान से मारने की योजना बनाई थी,योजना अनुसार आरोपिया कंचन गुर्जर के द्वारा नींद की गोली खिलाकर पति की हत्या की योजना बनाकर घटना से 15 दिन पूर्व दो पत्ता नींद वाली 20 गोली ली और दिनांक 20 फरवरी को जब पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर दोपहर लकड़ी काटकर घर आया तब आरोपिया कंचन गुर्जर के द्वारा अपने पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर के खाने में नींद की 20 गोली पीसकर मिला दी जिससे मृतक बीरेन्द्र खाना खाने के बाद अपने कमरे में सो गया, जब मृतक गहरी नींद व बेहोसी की हालत में था तब आरोपिया कंचन गुर्जर द्वारा मृतक का गला दबाकर हत्या कर दी और उस कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दी तथा जब बच्चे स्कूल से वापस घर आये और पिता के बारे पूछे तो आरोपिया कंचन गुर्जर बतायी की पापा लकड़ी काटने गये है।
रात्रि में करीबन 1 बजे जब लड़के बच्चे खाना पीना खाकर सो गये तब योजना बद्ध तरीके से आरोपी महिला अपने पति की लाश को कपड़े में लपेटकर रस्सी से बांधकर सायकल के फ्रेम वाले भाग में रखकर घर से करीब 6-7 सौ मीटर दूर ग्राम उर्ती रोड के किनारे एकांत स्थान पर ले जाकर फेंक दी थी तथा पुलिस एवं परिवार को गुमराह करने के लिये कुल्हाड़ी से मृतक के गले व गुप्तांग में काट कर चोंट पहुचायी ताकि सभी को लगे की मृतक की हत्या अवैध संबंध के कारण हुयी है।
लाश को ठिकाने लगाने के बाद आरोपी महिला के द्वारा मृतक के कपड़े, चप्पल, कथरी, कुल्हाडी, रस्सी आदि को जला दी थी तथा नींद की गोली के रेपर को गेंहू के खेत में फेंककर छुपा दी थी व घटना में उपयोग की गयी सायकल कमरे में रख दी थी विवेचना में आयी साक्ष्य के आधार पर मामले में धारा 201 भादवि बढ़ाई गयी तथा आरोपिया कंचन गुर्जर के कब्जे से साक्ष्य एकत्रित कर आरोपिया कंचन गुर्जर पत्नी स्व. बीरेन्द्र कुमार गुर्जर उम्र 32 वर्ष निवासी बरदघटा भलछेरा टोला चौकी गोभा थाना वैढन को दिनांक 01 मार्च को गिरफ्तार किया गया एवं आज दिनांक 02 मार्च को न्यायालय पेश किया गया कोतवाली बैढन पुलिस को अंधी हत्या का खुलासा कर आरोपिया को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुयी है पुलिस अधीक्षक सिंगरौली द्वारा अनुसंधान में लगी सम्पूर्ण टीम को इस उल्लेखनीय कार्य हेतु नगद पुरस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी है।
उक्त कार्यवाही में- निरीक्षक अरुण कुमार पाण्डेय, निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी, उनि. अखिलेश अग्निहोत्री, उनि उदयचंद करिहार, उनि. विनोद सिंह, सउनि. छत्रपाल पाण्डेय, सउनि पप्पू सिंह, अरविन्द द्विवेदी, म.प्रआर सोहागिया पटेल, प्र.आर. नंदकिशोर बागरी, अतुल तिवारी, जितेन्द्र सेंगर, आर. देवेन्द्र सिंह एवं आर. अभिमन्यू उपाध्याय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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