खनुआ स्कूल के शिक्षकों के ऊपर लगे आरोप छात्रों-छात्राओं ने नकारा?

सिंगारौली । सरई थाना शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खनुआ इन दिनों गहमगहमी का कारण मेलावेल कार्यक्रम में भोजपुरी वीडियो का वायरल माना गया था, और विद्यालय में पदस्थ शिक्षक हीनराम प्रजापति के ऊपर यह आरोप लगाया गया था कि वह धर्म कथन एवं देवी-अन्य के खिलाफ भड़काते थे हैं, जब भारतभूमि समाचार की टीम विद्यालय पहुंची है तो कुछ और ही निकले, बच्चे भी उपस्थित थे इसमें शामिल होने से एक भी बच्चे ने अपने खिलाफ एक भी बयानबाजी नहीं की, उनका कहा कि जो वीडियो भोजपुरी गाना वायरल हो रहा है कि वह आपसी रंजिश के कारण बदलाव करके शिक्षक और विद्यालय को बदनाम कर रहा है, 

शिक्षण हीराम प्रजापति और सुंदर लाल शाह के द्वारा एक प्रकार का जातिगत भेदभाव दुनिया को लेकर नहीं बताया जाता है जबकि यहां सभी को समान रूप से देखा जाता है अच्छी शिक्षा दी जा रही है जब से हीनराम प्रजापति स्कूल में आया है तब से स्कूल जिले में ऊपर आ रहे हैं, वहीं कुछ बच्चों ने स्कूल में पदस्थ शिक्षक अशोक पांडे के ऊपर आरोप लगाया कि उनके द्वारा यह सब किया जा रहा है कि लोगों को भड़का कर स्कूल और शिक्षक को बदनाम किया जा रहा है जिससे उनके पाठ-पाठ में काफी परेशानी होती है आ रही है और उनके छात्रों द्वारा अमर्यादित तरीके से बात की जाती है, आपके कथन कि शिक्षक अशोक पांडे ने ही आरोप लगाया था कि हीनराम प्रजापति के धर्म परिवर्तन और कई प्रकार के भेदभाव वाले स्कूल चलाए जाते हैं लेकिन बच्चे वैसे ही उपर चार्ज ही कारण ही बन जाता है,कुछ बच्चों का यह भी मानना ​​है कि अशोक पांडे जी चाहते हैं कि हीनराम प्रजापति का नामांकन हो जाए और उनके स्कूल होश से चले जाएं इसलिए उनके ऊपर घिनौना आरोप लगे रहे हैं मामला जो भी हो लेकिन वहां जाने के बाद हमारी टीम को यह निश्चित रूप से ज्ञात हो गया कि शिक्षक और छात्रों के संबंध बहुत अच्छी तरह से हैं जो कि काफी बच्चे वहां के संगी और संस्कारी हैं और वहां का पठन-पाठन भी सही है, स्कूल के बोर्ड में जय संविधान जय भारत में बाद में कुछ लोग आपत्तिजनक है, इसलिए विरोध हो रहा है।

उनका कहना है  मेरे द्वारा ऐसा कोई धर्म अलग का काम स्कूल नहीं जाना जाता है जिसे दुनिया में पूजा करने के लिए मनाया जाता है लेकिन सभी को समान रूप से शिक्षा दी जाती है जिससे आप बच्चों से पूछ सकते हैं, प्राथमिक शिक्षक में पदस्थ विद्यालय में अशोक पांडे कुछ लोगों के खिलाफ विरोध को भड़का रहे हैं मेरी आशंकाएं मुझे इस स्कूल से आरोप में मदद कर रही हैं इसलिए इस तरह का विरोध खड़ा करना चाहते हैं-शिक्षक हीनराम प्रजापति।

मामला जो भी हो लेकिन छात्रों के बयान के बाद यही पता चल रहा है कि शिक्षक सुखराम प्रजापति ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं जो उनके ऊपर आरोप जा रहे हैं, और रही बात भोजपुरी मैं बज रहे गाने पर डांस करने की तो उन्हें भी बच्चे अस्वीकार कर दिया है अगर भोजपुरी गीत में शिक्षक नृत्य कर भी रहा है तो यह निंदनीय है, लेकिन यह कार्यक्रम पूरी तरह से बच्चों का था, और वह अपने होश से रुके थे हालांकि यह एक नया मामला नहीं है कि जहां भोजपुरी गाने में कई स्कूल डांस में लीकेज वाली साइट्स का बाजार बन जाता है जो गलत है।

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