स्वामी प्रसाद मौर्या के बोल

लखनऊ। सपा MLC एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या का बयान। तुलसीदास रचित रामायण को प्रतिबंधित करना चाहिए। जिस दकियानूसी साहित्य में पिछड़ों और दलितों को गाली दी गई हो उसे प्रतिबंधित होना चाहिए। 
जिस दकियानूसी साहित्य में पिछड़ों और दलितों को गाली दी गई हो उसे प्रतिबंधित होना चाहिए..
अगर सरकार तुलसीदास की रामायण को प्रतिबंधित नहीं कर सकती तो उन श्लोकों को रामायण से निकालना चाहिए।तुलसीदास की रामायण को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिए कई बड़े बयान। 
जिसमें यह सब बातें लिखी हैं 90% आबादी वाली जनसंख्या के बारे में गलत बातें लिखी गई हैं। 
50 फीसद आबादी वाली महिलाओं को लेकर भी तुलसीदास रचित रामायण में आपत्तिजनक बातें लिखी गई।

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