ए युवा ! लड़ सकते हो तो नशा मुक्त भारत के लिए लड़ो... ज्योति बाबा



सत्यम शिवम सुंदरम से प्रेरित है राष्ट्रवाद...ज्योति बाबा

सुभाष चंद्र बोस का जीवन देश के हर युवा के लिए आज भी प्रेरणादायक... ज्योति बाबा 

मनुष्य जीवन का अर्थ नशा मुक्त जीवन से पाता पूर्णता... ज्योति बाबा 

कानपुर। याद रखिए सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मोल अपने खून से चुकाए, इसीलिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवाओं के प्रेरणास्रोत आज भी बने हुए हैं और उनकी जयंती पर्व पर नशा मुक्त भारत का संकल्प लेकर उन्हें अमृत महोत्सव काल में सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसायटी योग ज्योति इंडिया व मिडास परिवार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर्व के परिप्रेक्ष्य में आयोजित सेमिनार शीर्षक भारत का नौजवान और नेताजी की उपयोगिता पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि तुम मुझे विश्वास दो ,मैं तुम्हें नशा मुक्त जीवन दूंगा ,नेताजी कहां करते थे कि जीवन में अगर संघर्ष ना रहे किसी भय का सामना ना करना पड़े तब जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त हो जाता है वह स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेता थे जिनके अंदर देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी थी उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान की मदद से आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी,ज्योति बाबा ने बताया कि नेता जी ने कहा था की आजादी मिलती नहीं बल्कि इसे छिनना पड़ता है उन्होंने सदियों से सोई पड़ी राष्ट्रवाद की शक्ति को जगा कर भारत के लाखों युवाओं को आजादी के आंदोलन में उतारने का काम किया, इसीलिए आज युवा वर्ग को नशे से मुक्ति के लिए स्वयं संघर्ष कर आत्मविश्वास रूपी दीप प्रज्वलित करते हुए भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेना है। मिडास परिवार के उपेंद्र मिश्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा था उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर ढेरों कुर्बानियां दी, सुभाष चंद्र बोस जी के विचार आज भी युवा पीढ़ी के अंदर जोश भरने वाले साबित हो रहे हैं वरदान फाउंडेशन के कृष्णा शर्मा ने कहां की नेताजी अक्सर बताते थे कि मुझे यह देखकर बहुत दुख होता है मनुष्य जीवन पाकर भी उसका अर्थ समझ नहीं पाया यदि आप अपनी मंजिल पर ही पहुंच नहीं पाए तो हमारे इस जीवन का क्या मतलब । नमो-नमो क्रांति फाउंडेशन के शैलेंद्र पांडे ने कहा कि अपने आदर्शों पर चलने वाले नेताजी एक महान शख्सियत थे जिनके अंदर त्याग और आत्म समर्पण की भावना निहित थी। सेमिनार का संचालन धर्मेंद्र शुक्ला ने व धन्यवाद संघप्रिय प्रजापति ने दिया। अंत में सभी को अन्य प्रमुख विशाल वशिष्ठ समाजसेवी, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के यज्ञ कांत शुक्ला, सोशल एक्टिविस्ट गीता पाल इत्यादि थी। अंत में सभी को नेताजी के आदर्शों एवं संकल्पों को आत्मसात करते हुए नशा मुक्त भारत की शपथ योग गुरु ज्योति बाबा ने दिलाई।

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