COVID-19 को नव वर्ष 2023 में जड़ से मिटाने का Sankalp.

  • दो साल बाद नया साल 2023 के जश्न में डूबा..
  • पूरे साल चारों तरफ खुशियां ही खुशियां..
  • अभिमानी अनुकूल व्यवहार के बिना, मौज में वर्ष 2023 का स्वागत किया..
  • अब आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा उल्लंघन का पालन कर्तव्य निभाएंगे..

वैश्विक स्तर पर वर्ष 2023 का चश्मा व्यवस्था से स्वागत हर देश ने अपने स्तर पर खुशियां मना कर दिया। जिन देशों में कोविड-19 लहर के नए वैरिएंट की आशंका हुई है वहां अभी तक गमों की मातम छाया रही है क्योंकि टीवी चैनलों पर दिखाया गया था। 

परंतु भारत में पश्चिम पूर्व से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक नव वर्ष 2023 का प्रारूप प्रारूप से स्वागत किया गया। 

एक टीवी चैनल पर साल 2023 की 23 दर्जियों के माध्यम से कई राज्यों की नव वर्ष की ग्राउंड रिपोर्ट सामने आई, जहां भारत के नागरिक बहुत उत्साहित दिख रहे थे, विदेशों से भी भारी संख्या में नागरिकों का पता चला जो आपके गृह में नए साल की खुशियां परिवार के साथ मनाने आए थे। 

चूंकि पिछले 2 वर्षों से महामारी की स्थिति की विभिन्‍नता के कारण केंद्र की स्थिति से झट खुले खुले आम की जा रही थी, 2 साल बाद नव वर्ष 2023 का उत्सव मनाने का मौका मिला था।लेकिन 2023 हर भारतीय नागरिक के लिए है कि खुशियों की सौगात हो, बड़े से लेकर बच्चे हर कोई काफी खुश देख रहा था। 

मैंने अपने निवास स्थान की छत से देखा तो चारों ओर रात 12 बजे पटाखों की धमाचौकड़ी व आवाजें सुनीं और दिखाई दिया सारा देश सुप्रीम कोर्ट का 10:00 बजे अपना मौज मस्ती में भूल गया, वहीं शासन-प्रशासन भी उचित उचित व्यवहार का पालन कर भूल जाना था या फिर जनता को खुशियां मनाने का एक मौका देना चाहता था। 

खैर जो भी हो लेकिन हमने वर्ष 2023 का स्वागत कर खुशियों में डूबे और चारों ओर खुशियां ही खुशियां साझाए और अपनी खुशियों की गंध बिखेरे। लेकिन अब हमें सावधान रहना है क्योंकि जांच नहीं की गई है और यह तेजी से नहीं फैल रहा है जिसके परिणाम हम सहित चीन के कुछ देश देख रहे हैं। 

1 जनवरी 2023 से भारत ने कुछ विदेश से आने वाले यात्रियों पर कुछ आज्ञापत्रों को लागू किया है,  इसलिए अब हर नागरिक का कर्तव्य बन जाता है कि हम सभी अजनबी स्पष्ट व्यवहार का पालन करने के लिए जिम्मेदार हैं और ऐसा प्रण करते हैं कि वर्ष 2023 के पहले 6 माह में ही बैंक को जड़ से नष्ट कर देंगे। लेकिन यह सब हम सब मिलकर काम करना संभव होगा।  

तेजी से फैल रहे हैं कोरोना महामारी के बारे में नए धारणा बीएफ-7 की भारत में तैयारियों की करें तो पिछले कई दिनों से हम मीडिया के माध्यम से देख रहे हैं कि सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री उच्च सीमा की घोषणा कर रहे हैं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्य के स्वास्थ्य, भारतीय चिकित्सा संघ के डॉक्टर, फर्मासिस्टिकल क्षेत्र के महत्वपूर्ण लोग संगठन से जुड़े हुए हैं, कई क्षेत्रों से जुड़े अंग COVID-19 से वास्तव में लाभ उठा रहे हैं, सभी कर पुर्जो का प्रयास कर रहे हैं, क्या भारत सेफ और सभी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। 

परंतु हम जनता का भी अब कर्तव्य बन जाता है कि हम भी इन तैयारियों के रूप में यज्ञ में अपनी कार्यी आहुति अर्पण करें, क्योंकि शासन ने हमें 2023 वर्ष मनाने में सहयोग किया कोई सदती की, 

कोरोना महामारी से लड़ाई में जनता के सहयोग की तो, कोरोन की लड़ाई हमेशा लोग संप्राकृत हो रही है। 

देश में समय-समय पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है कि एक सौ पैतीस करोड़ लोग एक साथ क्या कर सकते हैं। 

जनता बनर्जी के साथ अभियान से लड़ने को लेकर दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन अभियान में योगदान देने तक, भारत पूरे जोश के साथ इस वायरस के खिलाफ सुरक्षा में वायरस से लड़ रहा है। 

हम 2023 में प्रवेश कर चुके हैं और हम ओमिक्रॉन बीएफ़-7 की चुनौती का सामना कर रहे हैं। 

इस लड़ाई को नए दृश्यों से ऊर्जा और शक्तियों की आवश्यकता है। वायरस के खिलाफ प्रमुख सुरक्षा से एक मास्क का उपयोग, हाथ खींचना, सामाजिक दूरी और बंद स्थानों को उजागर करने के साथ-साथ COVID के उचित व्यावहर का पालन करना है। हमें एक बार साथ आने की आवश्यकता है, ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके और अपने लोगों की रक्षा की जा सके।

अगर हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिनांक 31 दिसंबर 2022 को पीएमजी ने जारी किए गए प्रोफाइल-19 में जानकारी दें तो देशव्यापी टीकाकरण के तहत अब तक कुल 220.10 करोड़ (95.13 करोड़ दूसरा दोज और 22.40 करोड़ प्रीकॉशन दोज) सोच रहे हैं। पिछले चौबीस घंटे में 91,732 टीके लगाए गए। 

भारत में सक्रिय व्यक्तियों की संख्या 3,653 है। एक्टिविटी अफेयर्स की दर 0.01 प्रतिशत है। स्वस्थ होने का वर्तमान दर 98.8 प्रतिशत है। पिछले चौबीस घंटे में 179 लोग स्वस्थ हुए, अब तक स्वस्थ हुए कुल लोगों की संख्या 4,41,44,029 है। पिछले 24 घंटे में 226 नए मामले सामने आए। 

दैनिक मामलों की सक्रियता की दर 0.12 प्रतिशत है। वीकली अफेयर्स एक्टिविटीज का दर 0.15 प्रतिशत है। अब तक 91.07 करोड़ की जांच की जा चुकी है बीते चौबीस घंटे में 1,87,983 जांच की गई। 

साथी सच ही है, आइए नए साल में हम कोविड-योग्य व्यवहार का पालन करें, अपने स्वस्थ जीवन को समृद्ध बनाएं क्यों कि हमें विश्वास है कि नए साल की नव प्रभात की ऊर्जाएं हमारे जीवन में नई खुशियां, नए लक्ष्य, नई प्रेरणाएं और ढेर सभी विकल्प उपलब्ध हैं आई लेकर हैं।  

इस अवसर पर हम सभी राष्ट्र की एकता, अखण्डता एवं समावेशी विकास के लिए भी संकल्प लें। कोरोना महामारी को जड़ से मिटा कर देश की प्रगति यात्रा को सुनिश्चित करते हुए अपने प्रयासों को नए जोश और उत्साह के साथ जारी रखने का प्रण लें। आइए, हम भारत की प्रगति और समृद्धि की नई उपलब्धि तक जाने के संकल्प के साथ प्रणाम करें। 

प्रगति के नए प्रतिमान स्थापित करता है हमारा राष्ट्र आज प्रगति की संभावना और निवेश का एक पसंदीदा वैश्विक केंद्र बन कर उभरा है। हम अपने जीवन में शांति, स्वास्थ्य, सहस्रब्दी और निश्चित रूप से साझा करने के लिए सभी मिल कर प्रयास करें। 

इसलिए यदि हम पूरे विवरण का विश्लेषण करते हैं तो उसका विश्लेषण कर सकते हैं, तो हम किसी कोविड-19 को 2023 में जड़ से मिटाने का प्रण लें 2 साल बाद नए साल 2023 के हर्ष में डूबेंगे लोग चारों ओर की तरफ होशियां ही खुशियां कोड उपयुक्त व्यवहार के बिना मौज में वर्ष 2023 का स्वागत करते हुए हमने अब अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा संबंधी सत्यापन का पालन कर कर्तव्य निभाएं।

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