प्रदेश को एक गुड टू ग्रेट बनाना
- सभी निकाय अधिकारियों को शहरी व्यवस्था, साफ -सफाई, सौंदर्यीकरण, कूड़ा कलेक्शन एवं इसके निस्तारण पर और बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए..
- प्रदेश को एक यूनिट मानकर नगरीय व्यवस्था और वातारण को गुड टू ग्रेट बनाना है.
- जी-20 की बैठकों वाले 04 शहरों में कार्मिकों के डिजिटल साइन कराने को कहा..
- प्रदेश के सभी बड़े शहरों को इंटरनेशनल स्तर के तथा छोटे शहरों को नेशनल स्तर की व्यवस्था से युक्त बनाना है..
- शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए आधुनिक तकनीक, मशीन और मैनपावर का समंजस्य करते हुए, आगामी माह से 75 दिन, 75 जिला अभियान चलाने के निर्देश..
- प्रतिबद्धः '75 जनपद, 75 घंटे, 750 निकाय' अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 31 निकायों को पुरस्कृत किया गया..
- सभी व्यापारियों, स्ट्रीट वेन्डर्स को कूड़ादान रखने के सख्त निर्देश दें और कड़ाई भी करें..
लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के.शर्मा जी ने सभी निकाय अधिकारियों को शहरी व्यवस्था, साफ-सफाई सौंदर्यीकरण, कूड़ा कलेक्शन एवं इसके निस्तारण पर और बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी, फरवरी और मार्च के आगामी महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इन दिनों में लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट तथा बनारस लखनऊ, आगरा, नोएडा, प्रयागराज में जी-20 की आगामी बैठकें भी होने वाली हैं। जिसमें, वैश्विक स्तर के जन प्रतिनिधि शासक, प्रशासक एवं निवेशक, उद्योगपति, वेन्डर्स प्रतिभाग करेंगे।
प्रदेश की एक अच्छी छवि ऊभर कर आए, इसके लिए प्रदेश को एक यूनिट मानकर नगरीय व्यवस्था और वातारण को गुड टू ग्रेट बनाना है। उन्होंने जी-20 की बैठकों वाले 04 शहरों में कार्मिकों के डिजिटल साइन कराने को भी कहा। जिससे की पूरी मैनपावर का व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयोग किया जा सके। उन्होंने नई विस्तारित एवं सृजित निकायों में सुविधाओं को बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हमारे देश की वैश्विक रैंकिंग कभी 142 वें स्थान पर थी लेकिन, विशेष प्रयासों के पश्चात यह 64वें स्थान से भी ऊपर आ चुकी है।
उन्होंने महानगरों की सफा सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। साथ ही, नगर निगमों, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के मध्य अलग-अलग साफ सफाई एवं स्वच्छता को लेकर स्पर्धा कराने को भी कहा।
श्री शर्मा ने गुजरात में किए गए कार्यों के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि अहमदाबाद, बड़ौदरा के नगर आयुक्त सुबह 4:00 बजे से ही कार्यों के निरीक्षण के लिए निकल जाते थे और कहीं पर भी कमी और समस्या पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई भी करते थे। ऐसी ही व्यवस्था प्रदेश में भी हो।
कार्यों के बेहतर परिणाम लाने के लिए सख्ती जरूरी है। सभी व्यापारियों, स्ट्रीट वेन्डर्स को कूड़ादान रखने के सख्त निर्देश दें और कड़ाई भी करें। उन्होंने सभी निकायों में जोनवार/वार्डवार कार्यों की माइक्रो मैनेजमेंट के तहत मॉनिटरिंग करने तथा केन्द्रीकृत व्यवस्था बनाकर सभी क्रिया कलापों को व्यवस्थित ढंग से संचालित करने को कहा।
उन्होंने सभी निकाय अधिकारियों के कार्यों एवं मेहनत की प्रशंसा की और कहा कि अभी अन्तिम परीक्षा में उत्तीर्ण होना बाकी है। उन्होंने सभी छोटे बड़े शहरों की क्वालिटी ऑफ लाइफ बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने, चौराहों का सौंदर्यीकरण, वहां बेकार लगी होर्डिंग्स को शीघ्र हटाने तथा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने को भी कहा। नगर विकास मंत्री ने घर-घर कूड़ा कलेक्शन पर जोर देने तथा सभी निकाय इसके लिए घरों से कलेक्शन चार्ज लेने की व्यवस्था को लागू करने को कहा। उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले एजेंसियों को कार्य दें।
कूड़ा के प्रथक्किरण घर पर ही कराने के लिए लोगों से आग्रह करें और इसके ट्रांसफर व प्रोसेसिंग की प्रक्रिया को तेज करें। उन्होंने निदेशालय में लगाई गई स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज प्रदर्शनी में नई तकनीकी से विकसित मॉडल के प्रयोग को देखा और उसकी सराहना की।
नगर विकास मंत्री ने 01 दिसम्बर को प्रदेश के सभी जिलों में चलाए गए प्रतिबद्धः '75 जनपद, 75 घंटे, 750 निकाय' सफाई के महाअभियान एवं इसके पश्चात जीवीपी के सुशोभन के कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 31 निकायों को पुरस्कृत किया। इस अभियान में नगर निगम लखनऊ को प्रथम, नगर निगम कानपुर को द्वितीय, गाजियाबाद नगर निगम को तृतीय एवं गोरखपुर नगर निगम को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
50,000 से अधिक की आबादी में मऊ नगर पालिका परिषद को प्रथम, गोंड़ा नगर पालिका परिषद को द्वितीय, नगर पालिका परिषद देवरिया को तृतीय तथा महोबा को सांत्वना पुरस्कार मिला।
50,000 से कम आबादी वाली नगर पालिका परिषद में बुलंदशहर की गुलोठी को प्रथम, अमरोहा की बछरावां को द्वितीय, लखीमपुर की मोहम्मदी को तृतीय तथा शामली की कांधला को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
20000 से कम आबादी वाली नगर पंचायत में गोरखपुर की गोला बाजार को प्रथम, इटावा की एकदिल को द्वितीय, संत कबीरनगर की मगहर को तृतीय तथा मथुरा की गोकुल को सांत्वना पुरस्कार मिला।
20,000 से अधिक की आबादी वाली नगर पंचायत में महाराजगंज की चौक को प्रथम, जौनपुर की बदलापुर को द्वितीय, मऊ की कोपागंज को तृतीय तथा आजमगढ़ की जहांनगंज को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इसी प्रकार, अभियान में अधिक जनभागीदारी को सुनिश्चित करने वाली नगरीय निकायों को सिटीजन पार्टिसिपेशन के तहत बरेली नगर निगम, नगर पालिका परिषद गाजीपुर और गाजियाबाद की डासना नगर पंचायत को गुड परफोर्मर पुरस्कार दिया गया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म में बेहतर कार्य करने वाली निकायों में झांसी नगर निगम, अम्बेडकर नगर की अकबरपुर नगर पालिका परिषद तथा गाजियाबाद की लोनी नगर पालिका परिषद को गुड परफोर्मर का पुरस्कार मिला।
फास्ट मूवर श्रेणी में नगर निगम सहारनपुर, नगर पालिका परिषद हाता कुशीनगर और नगर पंचायत बांदा को गुड परफोर्मर का पुरस्कार मिला।
स्पेशल कैटेगरी में ऐसी निकायों को पुरस्कृत किया गया जहां आजादी के बाद से एक भी कूड़ा स्थल नहीं पाया गया। इसमें आगरा की दयालबाद एवं स्वामीबाग नगर पंचायत को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा, सहायक मिशन निदेशक गुरु प्रसाद पाण्डेय, अपर निदेशक डॉ. असलम अंसारी, उप निदेशक डॉ. सुनील कुमार यादव के साथ सभी नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।
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