बच्चों ने बनाए गांव को नशा मुक्त रखने हेतु नए वर्ष के स्वागत में नशा मुक्त ग्रीटिंग

मो. अलीम खान

लखनऊ। प्राथमिक विद्यालय अलीनगर खुर्द के बच्चों ने नए वर्ष की ग्रीटिंग में मुख्य रूप से अपने घर वालों तथा पड़ोसियों को नशा छोड़ने का आग्रह करते हुए कार्ड बनाएं।

घरों में रोज होने वाले नशे के कारण, अक्सर ग्रामीण स्तर के तांडव को इन बच्चों की आंखों में साफ देखा जा सकता है। 

सीमित संसाधनों में भी हम नए वर्ष का जागरूकता अभियान संदेश भेज सकते हैं। कई बच्चों ने अपने पापा के लिए लिखा कि पापा नशे को ना करें। इन बच्चों से प्रेरणा लेते हुए हम सभी को नए वर्ष के ग्रीटिंग कार्ड तथा बधाई संदेशों में नशा मुक्ति के स्लोगन व आग्रह लिखकर भेजना चाहिए

शिक्षिका रीना त्रिपाठी ने कहा कि जिनके घर के पिता या बड़े भाई किसी भी प्रकार के नशे से ग्रस्त हैं वहां के बच्चों को ही सबसे ज्यादा इसके दुष्प्रभाव को झेलना पड़ता है जो पैसा उनकी पढ़ाई लिखाई अच्छे रहन-सहन में खर्च होना चाहिए था वह शराब को फिर और अफीम के नशे में खत्म हो रहा है। 

निश्चित रूप से गांव सर मैं आज भी कच्ची शराब पी के मरने वालों शराब पीकर रोड में एक्सीडेंट से मृत्यु होने वालों की संख्या काफी ज्यादा है आए दिन घर में मारपीट गाली-गलौज का कारण भी नशा ही बनता है बच्चों की मासूम चरणों में इसका दुख साफ दिखाई दे रहा था। 

सभी अभिभावकों से आग्रह है कि अपने बच्चों का मासूम चेहरा देखकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए नशे से दूर रहें और नशा मुक्त भारत बनाने के अभियान का हिस्सा बने।

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