कवि सम्मेलन संग गरीबों को कम्बल किये गए वितरित

पण्डित बेअदब लखनवी

लखनऊ। माँ तारा स्मृति संस्थान, नीलमथा, लखनऊ द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन संग गरीबों को कम्बल किये गए वितरित। 

अलीनगर सुनहरा स्थित एस एस डी पब्लिक स्कूल के मानव धर्म मन्दिर सभागार में विद्यालय प्रबंधक, शिक्षक, अधिवक्ता व समाज सेवी स्वामी रामानंद सैनी व अर्धांगिनी श्रीमती मंजू सैनी के विवाह की पच्चीसवीं वर्षगांठ के अवसर पर माँ तारा स्मृति संस्थान, नीलमथा, लखनऊ द्वारा एक कवि सम्मेलन व कम्बल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्ष पी जी आई की डॉ नीमा पंत, मुख्य अतिथि पीजीआई की सुश्री अर्चना सिन्हा व विशिष्ट अतिथि पी जी आई, न्यूरोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष सुश्री  रचना मिश्रा रही। 

सम्मेलन का शुभारंभ पण्डित बेअदब लखनवी के कुशल संचालन व छंदकार डॉ शरद पाण्डेय सशांक की सुमधुर वाणी वंदना से हुआ। यूपी 112 में तैनात आरक्षी गीता गंगवार ने ऋंगार की रचनाओं से महफ़िल सजाई तो वहीं डॉ गोबर गणेश ने भी अपने जूते की सिल्वर जुबली मनाते हुए उपस्थित मेहमानों को खूब हंसाया। 

कवि मनमोहन बाराकोटी उर्फ तमाचा लखनवी ने समाज व नेताओं को आईना दिखाने वाली रचनाओं से समा बांध दिया। सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक राम राज भारती फतेहपुरी ने भी सामाजिक विषमताओं पर प्रकाश डालते हुए उत्कृष्ट रचनाओं का पाठ किया वहीं कार्यक्रम का संचालन कर रहे पण्डित बेअदब लखनवी ने अपने चुटीले दोहों संग गज़ल सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। 

अति विशिष्ट अतिथि रमेश श्रीवास्तव सहित अति विशिष्ट अतिथि द्वय वरिष्ठ कवि कमल किशोर भावुक व पुलिस विभाग में कार्यरत उनके सुपुत्र कुलदीप कलश ने भी अपनी श्रेष्ठ व प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिया। सैनी जी सहित उनके शिक्षक मित्रों ने भी इस अवसर पर काव्य पाठ किया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं डॉ नीमा पंत की लाजवाब प्रस्तुति पर श्रोता हतप्रभ होकर दांतों तले उंगलियां दबा बैठे। वाह वाह की गूंज और तालियों की गड़गड़ाहट से सभागार गुंजायमान हो उठा। जहाँ सैनी दम्पति को शादी की सालगिरह पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा वहीं कवियों ने भी उपहार संग शुभ कामनाएं दी वहीं माँ तारा स्मृति संस्थान की महामंत्री डॉ नीमा पंत व संस्थापक अध्यक्ष पण्डित बेअदब लखनवी द्वारा संस्था की तरफ से दो दर्जन गरीब परिवारों को कम्बल वितरित कर आयोजन को यादगार बना दिया। लगभग चार घंटे चले उक्त कार्यक्रम की समस्त मेहमानों ने भूरी भूरी प्रशंसा की।

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