"अतिथि देवो भव:" का संदेश पूरी दुनिया में जाए -नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा

नगर विकास मंत्री ए.के.शर्मा ने माघ मेला की व्यवस्थाओं व तैयारियों के संबंध में प्रयागराज प्रशासन के साथ की वर्चुअल समीक्षा..

  • माघ मेला की भव्य व्यवस्था से हमारी संस्कृति "अतिथि देवो भव:" का संदेश पूरी दुनिया में जाए..
  • स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप स्वच्छ माघ मेला कराकर दुनिया को स्वच्छता का एक अच्छा संदेश देने के हो प्रयास..
  • माघ मेला के पूरे क्षेत्र को कई सेक्टर, जोन, सर्कल में बांटे और सभी में हो आवश्यक सुविधाएं..

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने इस वर्ष माघ मेला को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए सुझाव देते हुए कहा कि अगले हफ्ते से माघ मेला के लिए श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का "प्रयागराज संगम" में आना शुरू हो जायेगा। 
लोगों को वहां किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए संपूर्ण तैयारी अभी से अच्छे से पूर्ण कर ली जाए। लोगों को परेशानियों से बचाने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाये। पीने के पानी की सुचारू व्यवस्था हो, वाटर एटीएम भी लगाए जाये। 

  • अभिनव कार्यों के साथ पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए बेहतर  व्यवस्था सुनिश्चित कराने के दिए निर्देश..
  • बेहतर व्यवस्था एवं लोगों को परेशानियों से बचाने के  लिए हो आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल..
  • लोगों के मार्गदर्शन के लिए शाइनेज लगाए जाए, पैम्पलेट छपवायें और डिस्पले भी कराया जाए..
भीड़ और ट्रैफिक को मैनेज करने के लिए आई ट्रिपल-सी की व्यवस्था अच्छी से संचालित हो जिससे सूचनाओं के आदान-प्रदान पर बेहतर कार्य हो सके। उन्होंने पूरा मेला क्षेत्र को कई सेक्टर, जोन व सर्कल में बांटने तथा सभी में आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने को भी कहा। माघ मेला कि हमारी व्यवस्था ऐसी हो कि हमारी संस्कृति "अतिथि देवो भव:" का संदेश पूरी दुनिया में जाए। 
उन्होंने कहा कि बेहतर मैनेजमेंट और आपसी संवाद के साथ साधु-संतों व अखाड़ों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया को भी शीघ्र कर लिया जाये। 

नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा निकाय निदेशालय, गोमती नगर विस्तार, लखनऊ में प्रयागराज के आयुक्त एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ माघ मेला 2022-23 की व्यवस्थाओं व तैयारियों के संबंध में किए जा रहे कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की और कराए जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण भी देखा। 

उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप स्वच्छ माघ मेला कराकर यहां से दुनिया को स्वच्छता का एक अच्छा संदेश देने के प्रयास किये जाये। इसके लिए फूल, फल एवं पूजन सामग्री को जल में बहने से रोकने के लिए पानी में जाल लगाया जाए। प्लास्टिक का प्रयोग न हो और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। मेला क्षेत्र की हरियाली व सुंदरता बढ़ाने पर भी कार्य किया जाए। कहा कि माघ मेला को ऐसा वैभव पूर्ण ढंग से आयोजित करें कि आने वाले कुंभ के लिए अच्छा संदेश दे सके। 

श्री शर्मा ने लोगों की सुविधा तथा मार्गदर्शन के लिए शाइनेज लगाने तथा पैम्पलेट छपवाने और डिस्प्ले के माध्यम से भी मदद करने को कहा। लोगों की मदद के लिए वालंटियर्स की टीम लगाने को भी कहा। 

माघ मेला क्षेत्र में व्यवस्थित चिकित्सालय सुविधा, बेहतर विद्युत आपूर्ति और लाइटिंग की व्यवस्था तथा साफ-सुथरे शौचालयों की पर्याप्त उपलब्धता हो। उन्होंने संगम, गंगा, यमुना नदी में पर्याप्त नाव तथा उसमें सेफ्टी किट का इंतजाम हो, इसके प्रयास किये जाये। 

प्रदेश सरकार की योजनाओं तथा स्मार्ट सिटी को रिफ्लेक्ट करने के लिए एलईडी डिस्प्ले की भी व्यवस्था हो। उन्होंने पीपे के पुल बनाने तथा रेत में रास्ते के लिए चिकर्ड प्लेट लगाने के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने तथा इसकी मानिटरिंग के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का भी सुझाव दिया।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि इस वर्ष माघ मेला में अभिनव कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए वेंडिंग जोन, वॉस लाइट, फैसिलिटेशन सेंटर, एलईडी स्क्रीन, इंवॉल्वमेंट ऑफ यूथ, होमोजीनस फसाड फॉर शॉप, प्लास्टिक बैंक, टेंट सिटी फॉर पिलग्रिम्स, 100 बेड के टॉयलेट युक्त 05 डॉरमेट्री, आईईसी बेस्ड कैम्पेन, वॉटर एक्टिविटीज फन एण्ड स्पोर्ट आदि का प्रयोग किया जायेगा।

प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने कहा कि मेला क्षेत्र में कोई भी पशु, गाय, कुत्ते, सुअर को आने से रोकने के प्रबंध हो। छोटे बच्चों के बिछुड़ने या किसी दिक्कत पर उन्हें संभालने की भी व्यवस्था हो। स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रभावी बनाने के लिए अच्छे डॉक्टर एवं पैरामेडिकल्स की टीम लगाई जाए। 

उन्होंने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि इस बार माघ मेला में लोगों की सुविधाओं को उनसे दूर न बनाकर उनके पास ही उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे है। बैठक में विशेष सचिव सुनील चौधरी, निदेशक नगरीय निकाय नेहा शर्मा, अपर निदेशक डॉ0 असलम अंसारी, उपनिदेशक सुनील कुमार यादव मौजूद थे तथा प्रयागराज के आयुक्त और संबंधित विभागों के अधिकारी, मेला प्रभारी अधिकारी वर्चुअली जुड़े थे।

टिप्पणियाँ