नैनीताल और पुष्कर सरोवर की तर्ज पर जमुना झील में शुरू हुआ सफाई का काम
- झील में उतारी गयी हाईटेक मशीनें..
- माइक्रो बबल्स एयरेशन तकनीकी से झील के पानी को किया जाएगा साफ..
- ईको सिस्टम को पुनर्स्थापित करने में मिलेगी मदद..
गनेश कनौजिया
लखनऊ। अवैध कब्जों, कूड़ा पटान और जलकुंभी के बीच लुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी ऐतिहासिक जमुना झील को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पुनः उसके मूल स्वरूप में लाने का काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी की पहल पर झील में हाईटेक मशीनें उतारी गयी हैं, जोकि माइक्रो बबल्स एयरेशन तकनीकी से पानी को साफ करके झील के ईको सिस्टम को पुनर्स्थापित करने का काम करेंगी।
बढ़ाया जाएगा आॅक्सीजन लेवल
उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि माइक्रो बबल्स एयरेशन सिस्टम से झील के पानी में डिसाॅल्वड आॅक्सीजन लेवल बढ़ाया जाता है। इससे झील के ईको सिस्टम को री-स्टोर करने में मदद मिलती है। उन्होंने बताया कि देश की सुप्रसिद्ध नैनीताल और पुष्कर झील में भी माइक्रो बबल्स एयरेशन सिस्टम से सफाई का कार्य कराया गया है, जिसके नतीजे काफी बेहतर मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए लखनऊ की इस ऐतिहासिक झील का कायाकल्प भी इसी पद्धति के इस्तेमाल से कराया जा रहा है।
पार्क की पैमाइश का कार्य हुआ पूरा
नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि उपाध्यक्ष महोदय द्वारा झील से सटे पार्क में पाथ-वे बनाकर टिकटिंग सिस्टम लागू करने तथा पार्क के खाली हिस्से में सामुदायिक केन्द्र बनाने के सम्बंध में निर्देश दिये गये थे। इसके अनुपालन में पार्क की पैमाइश का कार्य करा दिया गया है तथा इसे विकसित करने का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जमुना झील से बड़ी तादाद में अवैध कब्जे हटा दिये गये हैं।
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