हर बच्चा समान अधिकार का हकदार- पूजा



विश्व बाल दिवस पर बच्चों ने बाल हिंसा के खिलाफ निकाली जागरूकता रैली!

लखनऊ। इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया के तत्वावधान में आज विश्व बाल दिवस के अवसर पर "हर बच्चे के लिए समानता और समावेश" थीम पर बुद्धेश्वर स्थित एसएम लान में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें बच्चों ने केक काटकर धूमधाम से बाल दिवस मनाया और कार्यक्रम के अंत में बाल हिंसा के खिलाफ जागरूकता रैली निकाली गई जिसे सामाजिक कार्यकर्ता पूरन जी ने नीले गुब्बारे आसमान में उड़ाकर रैली को रवाना किया। रैली में शामिल सैकड़ों की संख्या में बच्चे, बडे व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में प्लेकार्ड लहराते हुए  "बच्चों के साथ हिंसा बंद करो" "शिक्षा और अपनों का प्यार यह सब है बच्चों का अधिकार" “बच्चों को पढ़ाना है-देश को आगें बढाना है”, “बाल मजदूरी बंद करो” “बाल विवाह बंद करों” जैसे जोरदार नारे लगाये।  



आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुए इनिशिएटिव फाउण्डेशन इंडिया संस्था की संस्थापक सदस्य पूजा ने आज के दिन की महत्व को बताते हुए  बच्चों को शिक्षा से जोडने और बालश्रम, बाल विवाह से मुक्त समाज बनाने पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चा समान अधिकार का हकदार है। अगर हम एक बेहतर दुनिया देखना चाहते है तो हमें प्रत्येक बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करना होगा। ऐसे बच्चे जो हिंसा का शिकार है या दिव्यांग है या समाज में हाशिये पर है, उन बच्चों के अधिकारों और बेहतरी के लिए हम सभी को आगे आना होगा तभी हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर पायेंगें।

आयोजित कार्यक्रम में समाजिक कार्यकर्ता पूरन जी ने कहा की आज हर बच्चे को भोजन, शिक्षा,स्वास्थ्य के साथ खुशनुमा माहौल में रहने, पूर्ण सुरक्षा पाने के साथ साथ हिंसा के शिकार बच्चों सहित महिलाओं को मुफ्त कानूनी सहायता पाने का अधिकार हैं।

आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के निदेशक अमित मिश्रा ने कहा की बाल अधिकार देश के हर बच्चे को प्राप्त अधिकार हैं लेकिन गरीबी और भेदभाव के कारण लाखों बच्चे हिंसा और शोषण का शिकार हो रहे हैं। तमाम कानून होने के बावजूद भी दुनियाभर में बाल मजदूरी, बाल हिंसा,बाल विवाह, बच्चों में कुपोषण खत्म होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। वह दिन कब आएगा जब कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। संविधान में दिए हुए बाल अधिकार क़ानून का सही पालन हो ताकि बच्चों के जीवन, शिक्षा, संरक्षण, स्वतंत्रता, सहभागिता के अधिकार को सुनिश्चित कर बच्चों के बेहतरी के साथ-साथ स्वच्छ समाज का निर्माण हो। उन्होंने बच्चों के अधिकारों की संरक्षण के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील करते हुए समाज के प्रबुद्ध वर्ग से भी आगे आने की अपील किया ताकि प्रत्येक बच्चे को समान अधिकार मिल सकें।


कार्यक्रम को संबोधित करते सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश जी ने कहा की प्रत्येक बच्चे और युवा व्यक्ति को सुरक्षित और शामिvल महसूस करने और भेदभाव से मुक्त होने का अधिकार है।

इस अवसर पर पूरन मौर्य, एडवोकेट, सरला जी, विनोद जी, शालिनी, वहफ, नईम, सुरेश भारती, अन्नो, निधि, शगुन, नवीन सहित अन्य लोगों ने भी अपने बहुमूल्य विचार रखा। 

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