नगर पालिका मीरजापुर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में मिला 142वाँ स्थान

लोगो की स्वच्छता के प्रति जागरूकता, अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के अथक मेहनत को जाता है रैंकिंग का श्रेय -नपाध्यक्ष मनोज जायसवाल
  • हर साल सुधर रही है मीरजापुर निकाय की रैंकिंग..
  • देश मे 142वाँ और उत्तर प्रदेश में मिला 14वाँ स्थान..
आनंद सिंह

मीरजापुर। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नगर पालिका परिषद मीरजापुर ने 142वाँ स्थान और उत्तर प्रदेश में 14 वाँ स्थान प्राप्त किया है। बता दे हर साल होने वाले इस स्वच्छ सर्वेक्षण में देश भर के सभी नगर निगम, निकाय और पंचायतें भाग लेती है। नगर पालिका मीरजापुर ने जहाँ 2021 के पिछले सर्वेक्षण में 170वाँ स्थान प्राप्त किया था। हर साल होने वाले इस स्वच्छ सर्वेक्षण में देश भर के सभी नगर निगम, निकाय और पंचायतें भाग लेती है। नगर पालिका मीरजापुर ने जहाँ 2021 के पिछले सर्वेक्षण में 170वाँ स्थान प्राप्त किया था।
इस साल पिछले साल की रैंकिंग से बेहतर प्रदर्शन करते हुये एक लाख से ऊपर जनसंख्या वाले निकायों में 142वा स्थान प्राप्त किया है। वही उत्तर प्रदेश में 14वाँ स्थान पाकर अपने पिछले चार सालों के रैंकिंग रिकॉर्ड को पिछे छोड़ दिया है।
इस मौके पर नपाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा कि नगर के लोगो के स्वच्छता के प्रति जागरूकता के कारण रैंकिंग में सुधार हुआ है। इसके लिये नगरवासियों का दिल से आभार प्रकट करता हूं।
स्वच्छ सर्वेक्षण में जनता के जागरूक होने से एवं अधिकारियों एवं सफाई कर्मचारियों की मेहनत के कारण ही नगर पालिका परिषद मीरजापुर की रैंकिंग हर साल सुधरी है। जहा स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में 389, 2018में मीरजापुर की रैंकिंग 355, 2019 में 389, 2020 में 198, 2021 में 170 और 2022 में बेहतर प्रदर्शन करते हुये पूरे देश मे 142वा स्थान प्राप्त किया है।जब मैंने पालिका की कमान संभाली थी तो नगर की रैंकिंग 389 थी।नगर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करनें के प्रण से धीरे-धीरे लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगो को जागरूक किया गया।
आज उसी का परिणाम है जागरूकता के कारण लोग खुद ही अपने आस-पास सफाई रख रहे है और सफाई व्यवस्था पहले से सुदृढ़ हुई है। पहले की अपेक्षा में लोग अब कूड़ा-कचरा फेकने से पहले डस्टबिन ढूंढ़ते है। नगर में कई जगह सार्वजनिक शौचालय और महिलाओं के लिये पिंक शौचालय का निर्माण भी कराया गया है। 
वार्डो में एमआरएफ सेंटर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। जहाँ कूड़े का पृथक्करण किया जायेगा। अगर हम सभी और जागरूक हो जाये तो आने वाले 2023 के सर्वेक्षण में टॉप सौ शहरों में शुमार हो सकते है।इस मौके पर अधिशासी अधिकारी अंगद गुप्ता ने कहा कि स्वच्छता को लेकर लोग जागरूक हुये है। पालिका की टीम द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगो को डस्टबिन रखने और कूड़ा-कचरा मार्ग में न फेकने की अपील की जाती रही है। 
वार्डो में नियुक्त सफाई निरीक्षकों और कर्मचारियों द्वारा वार्डो में सफाई व्यवस्था को लेकर कड़ी मेहनत की गयी है। जिसके कारण निकाय को बेहतर स्थान प्राप्त हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन के जिला स्वच्छता प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि हर साल रैंकिंग में सुधार होना बड़े हर्ष की बात है।
जनता के जागरूकता और सफ़ाई कर्मचारियों के अथक मेहनत से वार्डो में सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ है। वार्डो में बनी स्वच्छता समिति के सदस्यों के प्रयास और जागरूकता कार्यक्रमों एवं जनता के सहयोग से नगर पालिका को 142वा स्थान प्राप्त हुआ है।

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