होम्योपैथी दवाएं रोगी का उपचार करती हैं रोग का नही

  • डेंगू के भीषण प्रकोप से बचने के लिए मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा वेंटिलेटर पर, होम्योपैथी दवाएं कर रही हैं चमत्कार..
  • अब नहीं होगी किसी की कोरोना, डायरिया एवं वायरल फीवर से मौत..
  • असहाय एवं जरूरतमंद रोगी पाए आरोग्यधाम से निशुल्क होम्योपैथिक दवाएं..
  • डेंगू एवं चिकनगुनिया के दौरान होम्योपैथी दवाई लेने से मजबूत होते हैं लिवर, फेफड़े, किडनी एवं हृदय..
  • आरोग्यधाम का संकल्प, डेंगू से ना हो किसी की मौत..
  • आरोग्यधाम ग्वालटोली में उमड़े डेंगू एवं चिकनगुनिया के मरीज..


ग्वालटोली स्थित आरोग्यधाम होम्योपैथिक चिकित्सालय में आज एक  संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बोलते हुए आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन एवं आरोग्य धाम की वरिष्ठ होम्योपैथिक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विगत कुछ दिनों से मौसम में बदलाव से डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोगियों की वृद्धि देखी गई है शहर ही नहीं आसपास के जिलों से आरोग्यधाम में डेंगू एवं चिकनगुनिया के मरीज दिखाने आ रहे हैं


आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन ने बताया डेंगू एवं चिकनगुनिया का मरीज जब पेन किलर ले लेता है तो इससे उसकी सायनोवियल मेंब्रेन में सूजन आ जाती है। एनएसएआईडी ड्रग लेने से मरीज के जोड़ों में ओस्टियोआर्थराइटिस चेंजेज आ जाते हैं एवं मरीज के चलने फिरने से सायनोवियल मेंब्रेन रप्चर होने का खतरा बना रहता है। 


ऐसे में मरीज जब पेन किलर लेना बंद करता है तब उसके जोड़ों में जकड़न आ जाती है तथा उसका चलना फिरना दूभर हो जाता है इस स्थिति में लक्षणों पर आधारित उच्च गुणवत्ता वाली होम्योपैथिक दवाई लेने से इस दर्द का एवं चिकनगुनिया का समूल नाश किया जा सकता है। 


आरोग्यधाम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन ने बताया कि डेंगू हेमोरेजिक फीवर की कंडीशन में जब सोडियम एवं पोटेशियम का बैलेंस शरीर में बिगड़ जाता है एवं मरीज का दिमाग संतुलन से बाहर हो जाता है तब भी होम्योपैथिक  दवाएं चमत्कारिक परिणाम देती है। यह जानकारी जनहित में डॉक्टर हेमंत मोहन व डॉक्टर आरती मोहन ने दी।

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