अधिकारियों की लापरवाही से बीच भंवर में फंसा भंवर गांव
नगर पंचायत माल से वंचित हो जाएंगे इस गांव के लोग
लेखराम मौर्य
लखनऊ । राजधानी के विकासखंड माल की ग्राम पंचायत माल अब नगर पंचायत बनने जा रही है जिसमें ग्राम पंचायत माल के ग्राम माल, गांगन बरौली , नारू, विद्धीश्यामा के अलावा ग्राम पंचायत रामनगर, रुदानखेड़ा,मसीढ़ा हमीर,मसीढ़ा रतन को सम्मिलित किए जाने की अधिसूचना 25 जुलाई 2022 को जारी की गई थी जिस पर 15 दिन तक आपत्तियां प्रस्तुत करने का समय दिया गया था जो 8 अगस्त को पूरा हो रहा है। इस बीच जानकारी में आया है कि ग्राम पंचायत माल का एक गांव भंवर नगर पंचायत के गजट से छूट गया है या जानबूझकर उसे छोड़ा गया है इसलिए यदि सोमवार तक इस मामले में किसी ने आपत्ति नहीं की तो भंवर गांव के करीब ढाई दर्जन परिवार न नगर पंचायत के रहेंगे और न किसी ग्राम पंचायत के रह जाएंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें कल इस बात की जानकारी हुई है लेकिन वह इसकी शिकायत कहां करें यह जानकारी नहीं है। दूसरी ओर यदि यह गांव अंतिम अधिसूचना जारी होने के समय भी छूट जाता है तो ग्राम पंचायत माल का प्रधान सिर्फ इसी एक गांव का प्रधान रह जाएगा बाकी पंचायत के अधिकार उससे छिन जाएंगे। कई लोगों ने कहा कि जब तहसील के कर्मचारियों ने नगर पंचायत बनाने की रिपोर्ट शासन को भेजी थी उस समय लेखपाल कानूनगो और तहसील के अन्य अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है कि ग्राम पंचायत माल का भंवर गांव रिपोर्ट मैं शामिल करने से छूट गया जिसका खामियाजा इस गांव के 30 से 35 परिवार भुगतेंगे।
नगर पंचायत में होने वाले विकास कार्य इस गांव में नहीं होंगे तथा यह गांव यदि पड़ोस की चंदवारा पंचायत में जोड़ा भी जाता है तो उसके लिए अभी कोई समय निर्धारित नहीं है इसलिए भंवर गांव के निवासी बीच भंवर में फंसकर रह जाएंगे। जिसका निदान अति शीघ्र होना संभव नहीं रहेगा। अब देखना है कि सोमवार को यदि किसी ने इस संबंध में नगर विकास विभाग में आपत्ति दाखिल कर दी तो इस गांव को शामिल कर लिया जा सकता है अन्यथा की स्थिति में यहां के लोग नगर पंचायत की सीमा से बाहर हो जाएंगे। इस संबंध में उप जिलाधिकारी प्रज्ञा पांडे से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
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