आखिर कब जगेगा शिक्षा विभाग और यह टीचर होंगे बर्खास्त




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लखनऊ जहां एक ओर प्रदेश सरकार विद्यालयों का कायाकल्प कर शिक्षा में गुणवत्ता पूर्वक सुधार का दावा कर रही है वहीं दर्जनों अध्यापक और शिक्षामित्र शिक्षा को गर्त में ले जाने का काम कर रहे हैं ऐसे टीचरों के विषय में जानकारी होते ही भी बीएसए कार्यालय तक सभी मूकदर्शक बने हुए हैं अब देखना है कि ऐसे अध्यापकों के विरुद्ध कब कार्रवाई की जाएगी ? राजधानी के विकासखंड माल में दो टीचर ऐसे हैं जो शिक्षा विभाग में जॉइनिंग के समय से एक ही विद्यालय में तैनात हैं और पिछले 13 वर्षों में 13 महीने भी पढ़ाने नहीं आए हैं फिर भी अपने विद्यालयों के इंचार्ज अध्यापक बने हुए हैं। इन दोनों टीचरों का कई बार महीनों का वेतन काटा जा चुका है

 तथा विकास खंड स्तरीय अधिकारियों ने सैकड़ों बार इनके खिलाफ लिखा पढ़ी की लेकिन कुछ ही महीने बाद बीएसए कार्यालय द्वारा पुनः इनका वेतन जारी कर दिया जाता है । विकासखंड माल में तैनात कुछ अध्यापकों ने बताया कि इन दोनों टीचरों के विषय में गांव से लेकर शहर तक शिक्षा विभाग का हर अधिकारी जानते हुए भी इनको बर्खास्त नहीं कर रहा है। आपको बता दें कि विकास खंड माल के प्राथमिक विद्यालय लोधई में तैनात इंचार्ज अध्यापक मनोज कुमार और प्राथमिक विद्यालय मगरौरा मैं तैनात इंचार्ज अध्यापक सिद्धार्थ मिश्रा महीने में एक या दो बार ही विद्यालय आते हैं और पूरे महीने की उपस्थिति दर्ज कर गायब हो जाते हैं । इन दोनों अध्यापकों के विषय में जानकारी रखने वाले बताते हैं कि मनोज कुमार ठेकेदारी करते हैं और सिद्धार्थ मिश्रा प्रॉपर्टी का काम करते हैं। इसलिए इन टीचरों को नौकरी करने की क्या जरूरत है। विकासखंड में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि सपा सरकार नहीं है नहीं तो यह टीचर मेरा ट्रांसफर करा देते क्योंकि यह पढ़ाते कम हैं और सपा की नेतागिरी अधिक करते हैं। प्राथमिक शिक्षा की जमीनी हकीकत जानने के लिए जनमोर्चा ने शनिवार को एक दर्जन विद्यालयों को देखा जिनमें प्राथमिक विद्यालय लोधखेड़ा की शिक्षामित्र उमा सिंह अनुपस्थित थी। यह कभी भी नियमित विद्यालय नहीं आती हैं। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय मगरौरा में इंचार्ज अध्यापक सिद्धार्थ मिश्रा और शिक्षामित्र आशुतोष श्रीवास्तव अनुपस्थित थे। यहां उपस्थित दिनेश कुमार सहायक अध्यापक ने बताया कि दोनों लोग हमेशा गायब रहते हैं परंतु शिक्षा विभाग कोई कार्यवाही नहीं करता है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बहरौरा में दो अध्यापक तैनात हैं जिनमें एक महिला और एक पुरुष। इन दोनों का हाल यह है कि यह हमेशा बारी बारी से एक दिन छोड़कर विद्यालय आते है ऐसा गांव वालों का कहना है। प्राथमिक विद्यालय कमालपुर लोधौरा में 3 अध्यापक और 2 शिक्षामित्र तैनात है यहां उपस्थित अध्यापिका प्रियंका सिंह ने बताया की इंचार्ज अध्यापक शशि प्रकाश तिवारी बैंक में खाता खुलवाने गए हैं दूसरे सहायक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर हैं। प्राथमिक विद्यालय भवानी खेड़ा में 3 अध्यापक और तो शिक्षामित्र तैनात हैं परंतु उपस्थित अध्यापक ने बताया कि इंचार्ज अध्यापिका आरती चौहान आज नहीं आई है और दूसरी महिला टीचर प्रसूति अवकाश पर हैं। संयुक्त विद्यालय रायपुर में अध्यापकों ने छात्रों की छुट्टी 12:00 बजे ही कर दी और यहां तैनात अध्यापिका स्वाति और इरफाना 12:30 बजने से पहले ही अपने घर चली गई । इनमें से एक टीचर अपनी निजी कार से विद्यालय आती हैं बावजूद इसके वह समय से डेढ़ घंटा पहले विद्यालय से नदारद हो गई। आगे जाने पर पता चला कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसंतपुर 12:45 बजे बंद था। प्राथमिक विद्यालय मवई खुर्द में शिक्षामित्र ही मौजूद थे और अध्यापक बच्चों के साथ ही विद्यालय छोड़ कर जा चुके थे। इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो भी टीचर अनुपस्थित थे उन सभी के खिलाफ नियमानुसार नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

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