प्रदेश में होगा सफाई कार्य का बहिष्कार -विनोद इलाहाबादी

संविदा सफाई कर्मचारी की सेवा बहाल नहीं हुई तो कार्य का बहिष्कार

कार्यालय संवाददाता

लखनऊ नगर निगम मथुरा-वृंदावन के संविदा सफाईकर्मी की सेवा समाप्त करने के संबंध में उसे पुन: बहाल करने हेतु एक ज्ञापन "उत्तर प्रदेशीय स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ" ने प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष- विनोद इलाहाबादी! के नेतृत्व में नगर आयुक्त महोदय, नगर निगम, आगरा के  नगर विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार के नाम सौंपा। जिसमें गरीब, असहाय, अशिक्षित, निर्बल संविदा सफाईकर्मी को अविलंब बहाल करने की मांग की गई एवं अन्यथा की स्थिति में प्रदेश व्यापी कामबंद हड़ताल भी की जा सकती है।

महासंघ के सभी पदाधिकारियों ने कहा कि उक्त सफाईकर्मी बाँबी पुत्र निरक्षर है और उसने वहाँ कूढ़े के ढेर में पड़ी  प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की तस्वीरों को वहाँ पड़े कूढ़े के ढेर से उठाई थीं, जबकि कार्यवाही तस्वीरों को कूढ़े में फेंकनेवाले के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिए। जबकि तमाम आपदाओं और विपदाओं में एवं कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डालते हुये, इन्हीं सफाईकर्मियों ने देश की जनता को सुरक्षित करने का कार्य किया महासंघ ने मांग रखी है उक्त सफाईकर्मी की सेवायें समाप्त ना की जायें अन्यथा की दृष्टि में महासंघ संपूर्ण प्रदेश में आंदोलन को बाध्य होगा। 

उक्त सफाईकर्मी की सेवायें समाप्त करने के पर उक्त सफाईकर्मी एवं उसका संपूर्ण परिवार भुखमरी के कगार पर आ जायेगा। जिन सफाईकर्मियों के पैर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी! ने धोकर सम्मानित किया, उन्हीं सफाईकर्मियों के खिलाफ इतनी कठोर कार्यवाही असहनीय है। नगर आयुक्त आगरा ने मांगपत्र प्राप्त करते ही मथुरा-वृंदावन के नगर आयुक्त से फोनकर बात की और उक्त सफाईकर्मी की बहाली में सहायता करने का पूर्ण आश्वासन दिया। 

इस अवसर पर महासंघ पदाधिकारियों में हरीबाबू वाल्मीकि, राकेश चौधरी, सूरज पहलवान,अशोक दयाल, राजकुमार विधार्थी, चौधरी धर्मराज, कामेश कुंज, नरेश मुंसब, श्याम पाथरे, कान्हा ठाकुर सहित आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।

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