आरसी बाजपेई जांच केंद्र पर गलत रिपोर्ट देने का युवक ने लगाया आरोप

धीरज तिवारी

गलत जांच देने वाल डॉक्टरों को जाना चाहिए जेल -पीड़ित रवि कांत शुक्ल

उन्नाव मरीज बीघापुर थाना क्षेत्र खरौली गांव निवासी रविकांत शुक्ला ने बताया की मेरी गर्भवती पत्नी रोली शुक्ला का इलाज आवास विकास स्थित महिला चिकत्सक रेखा शुक्ला से चल रहा था। पत्नी के पेट में दर्द होने पर डॉक्टर ने आरसी बाजपाई के यहां अल्ट्रासाउंड लिखा। बीते 8 अप्रैल आरसी बाजपेई मेमोरियल जांच केंद्र में मेरी पत्नी अल्ट्रासाउंड कराने पहुंची। तो उसमें वहां डॉक्टर ने सीधे मेरे मेरी पत्नी को यह बता दिया कि बच्चे के ब्रेन में खून का संचार नहीं हो रहा है। तत्काल 24 घंटे के अंदर ऑपरेशन करवा दो नहीं तो बच्चा नहीं बचेगा। जिसके बाद पीड़िता घबराकर घर जाते समय बेहोश हो गई। उसके बाद पीड़िता का पति जब घर आया तो पत्नी ने पूरी बात बताई। उसके बाद पीड़ित ने अन्य डॉक्टरों से संपर्क किया। जांच के आधार पर सभी ने कहा कि ऑपरेशन 24 घंटे के अंदर हो जाना चाहिए नही तो बच्चे को खतरा है। 

किसी के सलाह पर हमने अपनी पत्नी को उन्नाव मेडिकल सेंटर कि महिला डॉक्टर रिमझिम जैन को दिखाया तो उन्होंने अल्ट्रासाउंड देखकर बताया कि इस अल्ट्रासाउंड के हिसाब से तो आपके बच्चे के ब्रेन में ब्लड संचार नहीं हो रहा है। अगर आपको कोई समस्या ना हो तो मैं एक पुनः अल्ट्रासाउंड और दूसरा कर लूं। तो पीड़ित ने कहा कि कर लीजिए। यह अल्ट्रासाउंड महज 4 घंटे बाद हुआ था। उसके बाद रिपोर्ट आने में पता चला कि यह दर्द पेट में गैस बनने के चलते है। कुछ समय बाद डिलीवरी हुई। और बच्चा आज भी एकदम सुरक्षित है।

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