सपा को रघुराज सिंह शाक्य के भाजपा में शामिल पर बड़ा झटका?

  • इटावा शाक्य बाहुल्य क्षेत्र से दो बार के संसद एक बार के विधायक रह चुके रघुराज सिंह शाक्य..
  • कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी हैं रघुराज सिंह शाक्य..
  • लोकसभा चुनाव  2007 में फिरोजाबाद सीट ना देकर फतेहाबाद सीट से श्री शाक्य को लडाया था जिसमें दिल्ली में समाज की बैठक में हुआ था नेताजी के सामने बड़ा बवाल..

शिखर कुशवाहा 

लखनऊ. फरवरी कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा समाजवादी पार्टी कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज की विरोधी पार्टी है.

आज केवल स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने के बाद जीवन में पहली बार इतनी सीटों पर समाज के प्रत्याशी केवल हारने के स्थान पर टिकट देकर खानापूर्ति की हैं जहां जिताऊ प्रत्याशी थे वहां पर तथाकथित टिकट छोड़कर कहीं पर भी नहीं दी है क्योंकि इनके यहां सिर्फ व्यक्ति विशेष जातीय पार्टी का ही सम्मान होता है.

उत्तर प्रदेश का 14 परसेंट कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज किसी भी राजनीतिक दल का गुलाम नहीं है और ना ही किसी समाज का ठेकेदार का गुलाम है समाज को जहां सम्मान मिलेगा समाज वहीं पर मतदान करेगा समाज एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना कर समाजवादी पार्टी की चूले हिलाने का काम करेगा.

एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा समाजवादी पार्टी छोड़ कर भाजपा का दामन थाम ते ही समाजवादी पार्टी से जुड़े समाज के लोगों में हलचल मच गई और कई लोग समाजवादी पार्टी छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी में बड़े स्तर से शामिल होना शुरू कर दिया है.

श्री शाक्य को इसके पूर्व भी नेता मुलायम सिंह यादव ने 2007 की लोकसभा सीट पर फिरोजाबाद की सीट ना देकर फतेहाबाद की सीट पर उतारा था जिस पर दिल्ली में समाज की बैठक में गिरीश चंद कुशवाहा और नेता मुलायम सिंह यादव में हॉट टॉक बात भी हुई थी इसके बाद में दिल्ली में आयोजित स्वर्गीय हर केवल प्रसाद कुशवाहा सांसद के आवास पर बैठक तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई थी और समाज के लोगों में हड़कंप मच गया था इसके बाद समाज का एक बड़ा तबका समाजवादी पार्टी से नाराज रहा जिसका परिणाम यह रहा देवरिया के स्वर्गीय हरि केवल प्रसाद कुशवाहा के पुत्र रविंद्र कुशवाहा एवं दीनानाथ कुशवाहा समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक एवं कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी ने भी सपा से इस्तीफा दे दिया था.

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में समाज में सम्मान ना मिलने के कारण समाज के लोग उपेक्षित हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए अपने तन मन धन का सहयोग कर सरकार बनाने का प्रयास प्रारंभ कर दिया है.

समाजवादी पार्टी से नाराज होकर एक समाज के बड़े नेता जिनके पिता सांसद भी रहे और पूर्व मंत्री भी रहे वह भी अपनी समाजवादी पार्टी में उपेक्षा महसूस कर रहे हैं यदि यही स्थिति रही तो वह भी समाजवादी पार्टी को किसी भी समय अलविदा कह सकते हैं इसके अतिरिक्त कई अन्य नेता भी समाजवादी पार्टी को जो समाज के हैं वह अलविदा कह सकते हैं.

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