3 गरीब परिवारों को किया जा रहा बेघर?





अधिकारियों की दबंगई से परेशान ग्रामीण 
लेखराम मौर्य 

लखनऊ। जहां एक ओर सरकार जनता को कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा कर रही है वहीं विकासखंड माल की ग्राम पंचायत वीरपुर में ग्राम प्रधान सचिव सहित विकासखंड के अधिकारियों एवं तहसील के दलालों द्वारा 3 परिवारों को बेघर किया जा रहा है। 

गांव के लिए कैलाश पुत्र भगवानदीन ने बताया कि उसके मकान के बगल में पंचायत द्वारा तालाब की खुदाई की जा रही है जिसकी गाटा संख्या 106 है परंतु गाटा संख्या 105 बंजर में पिछले करीब 30 वर्षों से मकान बनाकर वह निवास कर रहा है। उसने बताया कि  कुछ वर्ष पहले सरकारी आवास और शौचालय मिला था जिसे उसने इसी जमीन पर बनवाया था। 

उस समय किसी भी व्यक्ति ने आपत्ति नहीं की लेकिन वर्तमान प्रधान एवं उनके गुर्गों द्वारा पहले मिट्टी से शौचालयों को बंद कर दिया गया और अब उनके आवासों को भी पूरी तरह बंद कर वहां से भगाने का प्रयास किया जा रहा है। 

यहीं के निवासी आबिद अली ने बताया कि उनको करीब 35 वर्ष पहले पूर्व प्रधान ने जमीन देकर इस जगह बसाया था परंतु वर्तमान प्रधान और कुछ अन्य लोगों द्वारा उनके साथ जबरदस्ती कर बेघर किया जा रहा है। उसने बताया कि लेखपाल लिखकर दे चुका है कि उसका मकान बंजर में बना है फिर भी कोई इन गरीबों की बात सुनने को तैयार नहीं है। 

इस बात की शिकायत कैलाश और आबिद अली ने थाने से लेकर तहसील और जनसुनवाई पोर्टल पर भी की है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई जिससे उनके बच्चे इस भीषण ठंड में सड़क पर मरने के लिए मजबूर हैं। 

अधिकारियों द्वारा जिस तरह मनमाने ढंग से तालाब के पश्चिमी हिस्से की जमीन को छोड़कर पूरब की ओर बंजर की खाली पड़ी जमीन को तालाब की जमीन बताकर जबरन करीब 7 फीट ऊंची मिट्टी की पटाई की जा रही है इससे साफ पता चलता है कि अधिकारियों द्वारा इन गरीबों के साथ खुलेआम अन्याय किया जा रहा है।

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