प्रत्याशी हुए सजग तो जासूस हुए चौकन्ने
- गतिबिधियों को जानने को साये की तरह मंडरा रहे है जासूस.
- प्रत्याशियों के साथ साये की तरह घूम रहे है बिपछी जासूस..
- जासूसों के जिताऊ आंकड़ो के आगे बेबस प्रत्याशी बता देते हैं सारे राज..
- घर का भेदी कहीं जिताऊ प्रत्याशी का का ही किला ढेर न कर दें..
मुरारी श्रीवास्तव
पीलीभीत। अब सेंधमारी का खेल कोई नया नही है ।प्रत्याशियों की गतिविधियां जानने को बिपछी प्रत्याशी घुसपैठियों के सहारे सेंधमारी का खेल खेल रहे हैं। जिससे बनते बिगड़ते चुनावी समीकरणों से जीत का कयास लगा पाना मुश्किल हो रहा है। लेकिन इससे यह तय माना जा रहा है कि जिसका जोड़ तोड़ का गणित मजबूत होगा, वही प्रत्याशी अपनी बिधान सभा से विजयी हो सकता है।
जनपद की बिधान सभा छेत्र पीलीभीत सदर, बीसलपुर, बरखेड़ा व पूरनपुर में डिटेक्टिव एजेंसी सेवा भले ही न हो लेकिन इसकी कमान प्रत्याशियो के समर्थकों ने सभांल रखी है। जिन्होंने दूसरे प्रत्याशियों की गतिविधियों को जानने के लिए अपने जासूस फिट कर रखे है। बताते है यह घुसपैठिये जासूस हर प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय में घुसपैठ कर जहां खूब माल उड़ा रहे है वहीं नेताजी की गोपनीयता में सेंधमारी करके जीत का किला ढहाने में लगे हुए हैं।
मजे की बात यह भी है कि यह घुसपैठिये जासूस प्रत्याशियों के साथ साये की तरह मंडराते रहते है और नेताजी के कारनामों की जानकारी जुटाकर अपने आका को देकर खुश करते है। यही नही जासूस यह भी बता रहे हैं कि कहाँ पर गड्ढा है तथा कहाँ पर गड्ढा करने से लाभ मिल सकता है। नेताजी भी इस बात से अनजान हैं कि व्यूह रचना अमल में लाये जाने से पहले ही लीक कैसे हो जाती है।
चुनाव में सभी प्रत्याशी अपने अपने प्रतिद्वंद्वी को पटखनी देने के लिए साम दाम दंड भेद का पूरा फार्मूला अमल में ला रहे है वहीं प्रत्याशी दूसरे प्रत्याशी की जासूसी कराने जैसा खेल खेलने से तक नही चूक रहे है। बैसे तो यह खेल लगभग सभी बिधान सभाओं में देखा जा सकता है लेकिन पूरनपुर बिधान सभा छेत्र में जासूसों का पहरा बिठाने और अपनी जीत सुनिश्चित करने का खेल खूब खेला जा रहा है। इसको लेकर सभी प्रत्याशी सजग व चौकन्ने भी हैं।
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