पौने चार सौ जर्जर मकानों की कर दी गई रजिस्ट्री

आशियाना में एलडीए और अंसल का खेल..

विशेष संवाददाता 

लखनऊं राजधानी के कानपुर रोड स्थित एलडीए कालोनी सेक्टर एम वन ई से है जहाँ एलडीए एक कार्यदायी संस्था अंसल कंट्रक्सन कम्पनी की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का एक बड़ा खेल उजागर हुआ है। लगभग पौने चार सौ मकानों के आवंटियों के साथ धोखाधड़ी हुई है। 

एलडीए और अंसल की मनमानी से बिना मूलभूत सुविधाओं के खंडहर में तब्दील हो चुके लगभग पौने चार सौ जर्जर मकानों की रजिस्ट्री कर दी गई है। इस बात की शिकायत कई बार अंसल आंगन आशियाना समित की ओर से कार्यदायी  संस्था सहित एलडीए एवं मुख्यमंत्री कार्यालय पर की गई किन्तु किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के कान पर जूँ तक नहीं रेंगा। किन्तु जब कालोनी की समित ने इस बात की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की तो मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को बडी गंभीरता से लिया। 

इसी क्रम में गुरुवार को आयोग के विधि सलाहकार पंकज तिवारी के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम द्वारा गुरुवार को कालोनी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण टीम में पवन तिवारी, एचजेएस० विधि अधिकारी, उत्तर प्रदेश मानव अधिकार आयोग, लखनऊ एवं वरिष्ठ सहायक शशी श्रीवास्तव सहित नवरित शर्मा अधिशाषी अभियंता एल०डी०ए०, नितिन मित्तल मुख्य नगर योजनाकार एल०डी०ए०, इंजीनियर अभिषेक दूबे एवं एस०डी०ओ० एम०वी०वी०एन०एल० लखनऊ, भरत सिंह अधिशाषी अभियंता एमवीवीएनएल, एस०सी० सिंह अधिशाषी अभियंता नगर निगम लखनऊ, डी०के० मिश्रा सहायक अभियंता नगर निगम लखनऊ ने रजिस्ट्री किये गये जर्जर मकानों का निरीक्षण के साथ आवंटियों को मिलने वाले मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। 

मानवाधिकार एवं संबंधित अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान कई खामियां देखने को मिली हैं। इस मौके पर मौजूद एडीए के सचिव ने कालोनी को विकसित करने वाले अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। वहीं मानवाधिकार आयोग ने जाँच कमेटी में सम्मलित सभी अधिकारियों को जांच रिपोर्ट के साथ 7 जनवरी को न्यायालय मानवाधिकार आयोग में तलब किया है। मौके पर मौजूद अंसल कंस्ट्रक्सन के जीएम अजीत कुमार झा ने आवंटियों को आश्वस्त किया है कि जर्जर मकानों को पुनः दुरुस्त कर समस्त खामियों को दूर की जायेंगी।

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