नशा बनाता है शरीर को जिंदा लाश
- 2122 नशा के सांकेतिक पुतले दहनकर फतेहपुर के छात्र देंगे बड़े दिन का प्रेम संदेश..
- स्मोक फ्री सिटी फतेहपुर के लिए बड़े दिन के परिप्रेक्ष्य में 2122 नशा के होंगे सांकेतिक पुतला दहन..
- दुनिया में पहली बार स्मोक फ्री सिटी हेतु 2122 नशा के होंगे पुतला दहन...
- बड़े दिन बड़े दिलवाले नशा मुक्त के लिए करेंगे 2122 सांकेतिक पुतला दहन
प्रमुख संवाददाता
कानपुर/फतेहपुर। फतेहपुर जनपद को स्मोक फ्री सिटी व नशा मुक्त जिला बनाने के लिए बेसिक शिक्षा के 1717 स्कूल व इंटरमीडिएट के 405 कॉलेज के सभी छात्र व छात्राएं सामूहिक रूप से एक ही समय नशा के सांकेतिक पुतला दहन कर नव वर्ष नशा मुक्त बनाने का संदेश देश और दुनिया में देंगे जो एक इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स भी बनेगा।
उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में फतेहपुर जनपद को स्मोक फ्री सिटी बनाने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के परिप्रेक्ष्य में बड़े दिन 25 दिसंबर की पूर्व प्रातः नशा के सांकेतिक पुतला दहन कार्यक्रम की सफलता हेतु आयोजित ई बैठक में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख और आंदोलन के नेशनल ब्रांड एंबेस्डर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही।
ज्योति बाबा ने आगे कहां कि देश ही नहीं दुनिया में सबसे बड़ी समस्या नशा बन चुकी है। बहुत सारे लोग जीवन के तनाव और विफलताओं से पीछा छुड़ाने के लिए नशा करते हैं जिसका अंत मौत है हृदय की पवित्रता और विचारों की शुद्धता के लिए नशा मुक्त बेहद जरूरी है। नशीले पदार्थों में आधी आबादी का लिप्त हो जाना भारत के स्वस्थ भविष्य के लिए प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
आंदोलन की प्रदेश संयोजिका अंजू सिंह ने कहा कि बाजार के प्रभाव में लोगों ने 25 दिसंबर से नव वर्ष तक मौज मस्ती के लिए पवित्र मौसम व पर्व को नशे में डुबोकर मनाने का अवसर मान लिया है जबकि यह अवसर हमारे स्वास्थ्य व खानपान के लिए सबसे स्वर्णिम होता है।
नशा मुक्त समाज आंदोलन के जिला प्रभारी अंशु सिंह सेंगर ने कहा कि देश व दुनिया में नशा मुक्ति की जागरूकता हेतु 2122 नशा के सांकेतिक पुतले एक साथ दहन कर इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज करवाएंगे, अन्य प्रमुख कुंवर बहादुर सिंह, विशाल श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, गौरव सैनी, अनिल कुमार, महेश कुमार,हरदीप सिंह सहगल आदि थे।
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