पर्यावरणीय चुनौतियों के लिए भावी पीढ़ी तैयार

  • अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2021) का भव्य समापन..
  • पर्यावरणीय चुनौतियों के लिए भावी पीढ़ी को तैयार करना अत्यन्त आवश्यक..

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2021) ऑनलाइन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ आज सायं सम्पन्न हो गया। समापन समारोह में देश-विदेश के प्रतिभागी विजयी छात्रों को ऑनलाइन प्रजेन्टेशन के माध्यम से सम्मानित किया गया।  

इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों, शिक्षकों व प्रख्यात पर्यावरणविद्ों के सम्मान में शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रस्तुतीकरण द्वारा सतरंगी छटा बिखेर कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदित हो कि सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड 9 से 11 दिसम्बर तक ऑनलाइन आयोजित किया गया, जिसमें विश्व के 10 देशों वियतनाम, इंग्लैण्ड, जर्मनी, ईरान, आयरलैण्ड, यूएई, कतर, अमेरिका, आस्ट्रेलिया एवं भारत के छात्रों ने विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन करने के साथ ही बड़े ही जोरदार ढंग से हरित क्रान्ति का अलख जगाया। 

समापन अवसर पर देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों को आशीर्वाद देते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने उन्हें सभी मतभेद मिटाकर विश्व नागरिक बनकर समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। डा. गाँधी ने कहा कि विश्व का बदलता पर्यावरण आज मानवता के लिए चुनौती है, ऐसे में यह नितान्त आवश्यक है कि किशोर व युवा पीढी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो। सी.एम.एस. संस्थापिका डा. भारती गाँधी ने भी मेधावी छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए पर्यावरण के प्रति सदैव जागरूक रहने का आह्वान किया। 

इस अवसर पर सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट व मैनेजिंग डायरेक्टर प्रो. गीता गाँधी किंगडन, आई.ई.ओ.-2021 की संयोजिका व वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा एवं सह-संयोजिका व प्रधानाचार्या संगीता बनर्जी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी  हरि ओम शर्मा ने बताया कि समापन समारोह से पूर्व आज प्रातःकालीन सत्र में बहुत ही दिलचस्प माइस्ट्रीज ऑफ नेचर (इन्वार्यनमेन्ट क्विज) प्रतियोगिता का फाइनल राउण्ड सम्पन्न हुआ। इस प्रतियोगिता के फाइनल राउण्ड में प्रतिभागी छात्रों ने अपने ज्ञान, प्रतिभा व सूझबूझ से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

प्रतिभागी टीमों ने बिजली की गति से पूछे गये प्रश्नों का जवाब देकर न सिर्फ अपनी हाजिरजवाबी का प्रदर्शन किया अपितु पर्यावरण के प्रति अपनी संजीदगी को भी रेखांकित किया। श्री शर्मा ने कहा कि हालाँकि यह अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड आज सम्पन्न हो गया परन्तु इसके माध्यम सी.एम.एस. ने पर्यावरण संवर्धन की जो मशाल जलाई है, उसकी रोशनी सारे विश्व में अवश्य फैलेगी।

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