दिल्ली में किरायेदार बोर्ड का गठन होना चाहिए जितेंद्र कुशवाहा
प्रमुख संवाददाता
राजधानी दिल्ली में आए हुए( बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, नेपाल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़) के लोग जोकि राजधानी दिल्ली में मेहनत करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं दिल्ली में अपना घर नहीं बना पाते हैं क्योंकि दिल्ली में किराए के मकान में रहते हैं नौकरी करके इतना पैसा नहीं कमा सकते कि वह अपना घर या मकान खरीद सके मकान मालिकों को तनख्वाह का एक बड़ा हिस्सा किराए के रूप में चला जाता है और मकान मालिकों के द्वारा बेवजह किरायेदारों को परेशान किया जाता है कभी भी मकान को खाली करा लिया जाता है और वह रोड पर गुजर बसर करने के लिए विवश हो जाते हैं इसलिए युवा समाजसेवी जितेंद्र कुशवाहा ने भारत सरकार और राज्य सरकार से मांग करते हैं कि किरायेदारों कोई लिए किराएदार बोर्ड का गठन किया जाए जिससे किरायेदारों के हित में कानून बनाया जाए
समाजसेवी जितेंद्र कुशवाहा ने सरकार से 5 सूत्रीय सुझाव रखा है
1 मकान मालिकों द्वारा किरायेदारों से बिजली का बिल दुगुना कीमत वसूल किया जाता है इस पर कानून बनाकर लगाम लगाने की जरूरत है|
2. मकान मालिकों के द्वारा कभी भी किसी टाइम किरायेदारों से घर खाली कराया जाता है और वह बेघर हो जाते हैं इस पर भी कानून बना कर लगाम लगाने की जरूरत है|
3.
मकान मालिकों के द्वारा साल भर में दो-तीन बार किराया बढ़ा दिया जाता है जिससे कि किरायेदारों का आर्थिक रूप से भोज बढ़ जाता है इस बार भी कानून बना कर रोक लगाने की जरूरत है
4.मकान मालिकों के द्वारा करोना महामारी में किराया माफ करना चाहिए था लेकिन मकान मालिकों के द्वारा किराया बढ़ाया गया ऐसी घटना निकट भविष्य में ना हो इसके लिए भी कानून बना कर इस समस्या से निदान किया जाए|
5. राज्य सरकार अपने राज्य में एक समान किराया अधिनियम बनाएं जिससे कि किराए पर रहने वाले हमारे भाई अपनी जीवन खुशहाल जी सके अपने बच्चों का स्वास्थ्य शिक्षा पर ध्यान दे सकें
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