पारिवारिक एकता ही वसुधैव कुटुम्बकम् की आधारशिला
- हमें समाज के आखिरी घर तक पारिवारिक एकता रूपी दीपक जलाना है..
- ‘राष्ट्र की बात’ समाचार पत्र के प्रबन्ध सम्पादक के परिजनों से मिलकर पारिवारिक एकता पर चर्चा हुई..
प्रमुख संवाददाता
लखनऊ। राष्ट्र की बात समाचार पत्र के प्रबन्ध सम्पादक मनोज मौर्या के आशियाना स्थित आवास पर जाकर उनके परिवारजनों से मिलकर पाल वल्र्ड टाइम्स डाॅट काॅम परिवार के चार सदस्यीय दल ने पारिवारिक एकता द्वारा वसुधैव कुटुम्बकम् विषय पर चर्चा की।
इस दल में प्रदीपजी पाल, उमाजी पाल, एकता पाल तथा विश्व पाल शामिल थे। श्री मनोज की माताजी शान्ति देवी तथा पिताजी जगत नारायण मौर्य से आशीर्वाद लिया गया। साथ ही शशि देवी मौर्या को दीपावली की शुभकामनााओं के साथ मिठाई उपहार में दी गयी। पारिवारिक एकता की पुस्तक तथा विश्व परिवार हमारा पुस्तक मुस्कान मौर्या, खुशी तथा तनिष्क को सादर भेंट की गयी।
इस अवसर पर श्री मौर्य ने कहा कि पाल वल्र्ड टाइम्स न्यूज तथा वैवाहिक वेबसाइट के माध्यम से सकारात्मक पत्रकारिता के माध्यम से विश्व एकता, जय जगत तथा पारिवारिक एकता के विचारों को अल्प समय में बड़े ही अनूठे तथा प्रभावशाली ढंग से जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। साथ ही विवाह योग्य युवक-युवतियों के उपयुक्त रिश्ते जोड़ने का अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है।
समाज के अधिक से अधिक लोगों को इस पुनीत कार्य से जुड़कर इसका लाभ उठाना चाहिए। इस पुनीत अभियान में सभी को तन, मन तथा धन से सहयोग करने के लिए यथा शक्ति आगे आना चाहिए। समाजसेवी प्रदीपजी पाल ने इस अवसर पर कहा कि विश्व की सबसे छोटी तथा सशक्त इकाई परिवार है। परिवार एक ईट के समान है।
राष्ट्र-विश्व रूपी भवन का निर्माण परिवार रूपी एक-एक ईट को जोड़कर होता है। परिवार रूपी ईट के मजबूत होने से राष्ट्र-विश्व रूपी भवन मजबूत तथा टिकाऊ होता है। प्यार और सहकार से भरा-पूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग है। पारिवारिक एकता ही वसुधैव कुटुम्बकम् की आधारशिला है। आज 21वीं सदी के वर्तमान वैश्विक युग में हम विश्व के प्रत्येक घर को पारिवारिक एकता की डोर से जोड़ने के लिए आप सभी के सहयोग से सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं। दीपावली की शुभ अवसर पर हम सभी का संकल्प होना चाहिए कि हमें समाज के आखिरी घर तक पारिवारिक एकता रूपी दीपक जलाना है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें