महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति किया गया जागरुक
अपोलो मेडिक्स हॉस्पिटल में ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस माह के तहत ''पहल'' कार्यक्रम का आयोजन
• कार्यक्रम में ब्रेस्ट कैंसर को सेल्फ एग्जामिनेशन ट्रेनिंग से पहचानने की बताई गई तकनीक
• शहर की 200 से अधिक महिलाओं ने लिया कार्यक्रम में भाग
• महिलाओं को निःशुल्क कैंसर की जांच व परामर्श का दिया गया लाभ
विशेष संवाददाता
लखनऊ। लखनऊ के अपोलो मेडिक्स सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल में ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस माह के तहत ''पहल'' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहर भर के करीब 25 से 30 कार्यालयों से लगभग 200 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण व उसकी जांच व इलाज के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें ये बताया गया महिलाएं किस तरह से अपने ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिनेशन करके उसमें होने वाले परिवर्तनों का पता लगाकर इस बीमारी को शुरुआती स्टेज में पहचान सकती हैं। कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं को निःशुल्क कैंसर की जांच व परामर्श का लाभ भी दिया गया।
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीईओ व एमडी डॉ मयंक सोमानी ने कहा कि विश्व भर में अक्टूबर माह ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस माह के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जानकारी देने, उसे लेकर जो भी भ्रांतियां हैं उसके बारे में बताया जाता है।
डॉ सोमानी ने कहा कि अगर शुरुआती स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर का पत चल जाए तो बचने के चांसेस 90 प्रतिशत बढ़ जाते हैं। कैंसर का इलाज संभव हो जाता है। कार्यक्रम ''पहल'' के जरिये महिलाओं को मोटिवेट किया गया है कि कैसे वे सेल्फ एग्जामिनेशन से अर्ली स्टेज में अपने स्तनों में होने वाले परिवर्तन को नोटिस कर सकती हैं।
''पहल'' कार्यक्रम में अस्पताल परिसर के मेडिकल अंकोलाजिस्ट कैंसर विशेषज्ञ डॉ हर्षवर्धन आत्रेय ने महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बारे में बताया। वहीं सेल्फ एग्जामिनेशन ट्रेनिंग सत्र स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ एकता शर्मा ने लिया। इसके बाद योगा सेशन आयोजित किया गया जिसे मिस रजनी मध्यान ने लिया। इस सत्र में महिलाओं को योग के जरिये स्वस्थ रहने के गुर सिखाए गए। इसके अलावा डाइट सेशन न्यट्रीशिनिस्ट प्रीति पाडेय ने लिया। जिसमें महिलाओं को हेल्दी डाइट के जरिये कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचने के बारे में बताया गया।
महिलाओं को मिला ये लाभ:-
पहल कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं को ट्रेनिंग सार्टिफिकेट दिया गया। जिससे वे सेल्फ एग्जामिनेशन की ट्रेनिंग लेकर न केवल खुद व अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित कर सकती है। इसके अलावा सभी महिलाओं को एक ब्रॉशर दिया गया जिसमें कार्यक्रम में हुई सभी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए एक बार फ्री मैमोग्राम, कैंसर की जांच पैपस्मीयर, अंकोलाजिस्ट व स्त्री रोग विशेषज्ञ से एक एक बार निशुल्क परामर्श का कूपन भी दिया गया।
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