सबका भला में अपना भला’ के आदर्श के अनुरूप जीवन जीने की परम आवश्कता

मातुश्री अहिल्याबाई पर विशेष 

प्रियंका सिंह 

लखनऊ। भारत जन संग्राम संगठन के संचालक सुवा समाजसेवी देव पाल, मुम्बई का भव्य सम्मान मुख्य अतिथि के रूप में पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के एल्डिको कालोनी, रायबरेली रोड पर स्थित प्रधान कार्यालय में किया गया। 

इस अवसर पर सभी ने सभी धर्मों के अवतारों-सन्देशवाहकों, सर्वसमाज के महापुरूषों तथा कुशल शासिका मातुश्री अहिल्याबाई होल्कर के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके ‘सबका भला में अपना भला’ के आदर्श को अपनाने का संदेश समाज को दिया। 

श्री देव पाल ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम् - जय जगत’’, विश्व संसद के गठन तथा प्रत्येक वोटर की आर्थिक सुरक्षा के लिए वोटरशिप योजना के विचारों को भारत जन संग्राम संगठन के माध्यम से जन-जन तक पहंुचाने का वादा किया। उन्होंने आगे कहा कि पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के माध्यम से समाज के सहयोग से विवाह योग्य युवक-युवतियों के उपयुक्त रिश्ते जोड़ने का अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है। 

समाज के अधिक से अधिक लोगों को इस पुनीत कार्य से जुड़कर इसका लाभ उठाना चाहिए। इस पुनीत अभियान में सभी को तन, मन तथा धन से सहयोग करने के लिए यथा शक्ति आगे आना चाहिए। सूरज जौनपुरी ने इस अवसर पर अपनी हृदय को छू लेने वाली भारत जन संग्राम संगठन को समर्पित कविता प्रस्तुत करके सभी को आन्दोलित किया।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रदीपजी पाल ने कहा कि मातुश्री अहिल्याबाई होल्कर के ‘सबका भला में अपना भला’ के आदर्श के अनुरूप जीवन जीने की परम आवश्कता है। अज्ञानतावश लोगों ने उसे उलटा करके ‘अपना भला में सबका भला’ का स्वार्थपूर्ण विचार को अपना लिया है। इस कारण से अधिकांश लोग पहले मात्र अपना भला करने पूरी शक्ति से लगे हैं। हमें अपने पूर्वजों के सार्वभौमिक विचारों के अनुकूल लोक कल्याण, पारिवारिक एकता, जय जगत, प्रत्येक वोटर को वोटरशिप, भारतीय संस्कृति के आदर्श वसुधैव कुटुम्बकम् तथा सर्व-धर्म समभाव के विचारों को जन-जन में पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संस्कृति के आदर्श ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम् - जय जगत’’ के विचार में विश्व की सभी समस्याओं का समाधान निहित है। इस दिशा में हमें एक साहसिक कदम बढ़ाकर वैश्विक लोकतांत्रिक व्यवस्था (विश्व संसद) का गठन समय रहते कर लेना चाहिए। जिस प्रकार देश को चलाने के उसकी एक संसद, एक केन्द्र सरकार तथा सुप्रीम कोर्ट होता है उसी तरह सारे विश्व को लोकतांत्रिक ढंग से चलाने के लिए एक विश्व संसद, विश्व सरकार तथा प्रभावशाली विश्व न्यायालय की अनिवार्य आवश्यकता है। इसके पश्चात ही मानव जाति की गुफाओं से शुरू हुई विकास यात्रा का अन्तिम लक्ष्य धरती पर आध्यात्मिक साम्राज्य की स्थापना का पूरा होगा।    

वरिष्ठ समाजसेवी श्रीराम पाल, उमा पाल, नीतू सिंह तथा युवा विश्व पाल ने पारिवारिक एकता के लिए समाज से मिल रहे विश्वास तथा सहयोग के लिए सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद प्रकट किया। अन्त में सभी को पारिवारिक एकता की लघु पुस्तिका, उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रकाशित ‘हरि कमल दर्पण’ तथा सीतापुर से प्रकाशित ‘मानवता का दीप’ साप्ताहिक समाचार पत्रों तथा वोटरशिप योजना की लघु पुस्तिका की प्रतियां सादर भेंट की गयी।

टिप्पणियाँ