खाद्य औषधि निरीक्षक की कार्रवाई कागजों तक सीमित
अभी तक 180 सेम्पलों में से 15 पर कार्रवाई
पारसनाथ प्रजापति
सिंगरौली। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगातार मिलावटखोरों के खिलाफ जहां नकेल कसने जिले में मौजूदा अधिकारियों को निर्देश दिये जा रहे हैं तो वहीं जिले में खाद्य औषधि विभाग द्वारा अब तक केवल 180 सेम्पल लिये जाकर केवल 15 व्यवसाईयों पर ही प्रकरण दर्ज कराया गया है। जबकि जिले में खाद्य सामग्रियों में लगातार मिलावटी की शिकायतें मिल रही हैं।
गौरतलब हो कि लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सभी जिलों में मौजूदा खाद्य औषधि विभाग के अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिया है कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय। लेकिन जिले के खाद्य एवं औषधि विभाग के निरीक्षक कार्रवाई के नाम पर केवल कोरमपूर्ति करने में लगे हुए हैं। खाद्य एवं औषधि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक जिले में 180 दुकानदारों तथा दूध बेचने वाले लोगों के सेम्पल लिये गये हैं। जिनमें से मात्र 15 लोगों के खिलाफ अभी तक प्रकरण दर्ज हो पाये हैं। जो जिले में मौजूदा खाद्य एवं औषधि निरीक्षक के कार्रवाई पर सवाल खड़ा करता है। खाद्य एवं औषधि निरीक्षक ओपी शाह ने बताया कि हम शासन के निर्देश पर लगातार जिले में मौजूदा खाद्य प्रतिष्ठानों की जांच कर रहे हैं।
हमने जयंत गोल मार्केट स्थित जय अम्बे राजस्थान स्वीट्स में जाकर दुकान में बिक रहीं मिठाईयों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह में हमने करीब 10 से ज्यादा प्रतिष्ठान तथा दूध की बिक्री करने वाले लोगों के पनीर,खोवा,घी तथा मिठाईयों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। 180 मे से अभी करीब 90 सेम्पलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जबकि 90 सेम्पलों में से केवल 15 के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज हो पाया है। जो कहीं न कहीं खाद्य एवं औषधि विभाग के निरीक्षक की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।
जिले में दूध की बिक्री करने वाले लोग इन दिनों दूध में आधे आधे नदी, नाले, हैण्डपम्पों से पानी लेकर दूध में मिलावट कर रहे हैं। इसके बावजूद भी निरीक्षक की नजर ऐसे दूध की बिक्री करने वाले लोगों पर नहीं पड़ रही हैं। वहीं दूध बेचने वाले लोग नदी नालों के पानी की मिलावटी के कारण दूध उपयोग करने वाले लोग बीमार हो रहे हैं।
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