बेटियों का राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका -डॉ सरिता मौर्य
जनपद। चंदौली के चहनियां क्षेत्र के छोटे से गांव जगन्नाथपुर की रहने वाली समाज सेविका डॉ सरिता मौर्य( प्रदेशध्यक्ष मानवाधिकार सी डब्ल्यू ए) ने भारत राष्ट्र की बेटियों को सम्बोधित करते हुए बेटी दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि बेटी हर घर की रौनक होती है, बेटी का जन्म बड़े ही भाग्य से होता है, बेटी दो कुलो को जोडती है, बेटियां राष्ट्र के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बेटी दिवस मनाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि आज की टेक्नोलॉजी के वर्तमान युग में कहीं न कहीं बेटियों के ऊपर हो रहे अत्याचार, उनके जन्म के पहले मारना, घरेलू हिंसा, दहेज, दुष्कर्म जैसी भयावह स्थिति से बचाने के लिए लोगों को समाज को जागरुक करना ही इसका उद्देश्य है।
आज के परिवेश में सरकार द्वारा सबको शिक्षा का अधिकार मिला है चाहे वह गरीब ही क्यों न हो। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं भी चलाई जा रही है, जिससे बेटियों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया जा रहा है।भारत राष्ट्र में बेटियों को लेकर लोगों के नजरिए में सकारात्मक बदलाव आया है लेकिन अभी भी बेटियों को उनके अधिकारों को दिलाने के लिए भारत राष्ट्र को एक लम्बा सफर तय करना होगा।
अंत में डॉ मौर्य ने कहा कि शिक्षा सिर्फ बेटियों के लिए ही जरूरी नहीं है शिक्षा उनके लिए भी जरूरी है जो अपने आप को बेटियों,महिलाओं से सर्वश्रेष्ठ मानते हैं।
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